गर्मियों में पैदा होने वाले बच्चे तुलनात्मक रूप से ज्यादा स्वस्थ और लंबे होते हैं. यह अध्ययन जरनल हेलियोन में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन में कहा गया है कि गर्मियों में पैदा होने वाली लड़कियों में शारीरिक बदलाव देर से होते हैं जो वयस्क जीवन में उनके बेहतर स्वास्थ्य का संकेत है.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, गर्मियों में जन्मे बच्चे को गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में सूरज की अधिक रोशनी मिलती है. इसी के परिणामस्वरूप इन दिनों में जन्मे बच्चे ज्यादा स्वस्थ और लंबे होते हैं. सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे बड़ा स्त्रोत है और शरीर के विकास के लिए विटामिन डी का मिलना बहुत जरूरी है.
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक वरिष्ठ शोधकर्ता जॉन पेरी के मुताबिक, यह अध्ययन साबित करता है कि बच्चे का विकास और स्वास्थ्य उसके पैदा होने के महीने से जुड़ा हुआ है. हालांकि इस संपूर्ण प्रक्रिया को समझने के लिए अभी और भी कई शोध किए जाने की जरूरत है.
शोध में ब्रिटेन के लगभग पांच लाख लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें देखा गया कि बच्चे के जन्म का महीना उसके विकास और स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है.
अध्ययनकर्ताओं के मुताबिक, गर्मियों में पैदा होने वाले बच्चे जन्म के समय थोड़े ज्यादा वजनी थे. वयस्क होने पर उनका कद अधिक लंबा पाया गया और सर्दियों के महीनों में जन्मे लोगों की तुलना में उनकी तरुणावस्था भी थोड़ी देर से हुई.
परिणाम में पाया गया कि जून, जुलाई और अगस्त महीने में जन्म लेने वाले बच्चे जन्म के समय अधिक वजनी और वयस्क होने पर ज्यादा लंबे होते हैं.
इनपुट: IANS