इस बात से तो कोई इनकार नहीं कर सकता है कि एक बच्चे को जितना उसके माता-पिता समझते हैं, उतना कोई नहीं समझ सकता. एक बच्चे के लिए क्या सही है और क्या गलत...इस बात का फैसला मां-बाप से बेहतर शायद ही कोई कर सकता हो.
वहीं दूसरी ओर लगभग हर बच्चे के लिए उसके मम्मी-पापा ही पहले रोल मॉडल होते हैं. पैरेंट्स की छोटी से छोटी आदतें भी बच्चों पर बहुत गहरा प्रभाव डालती हैं. साइकोलॉजी की इमिटेशन थ्योरी से ये साबित भी होता है कि बच्चे सामाजिक व्यवहार अपने माता-पिता से ही सीखते हैं.
वैसे तो पैरेंट्स की ये भरसक कोशिश होती है कि वो कुछ भी ऐसा न करें जिसका बच्चे पर गलत असर हो लेकिन कई बार कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं और बच्चे उन्हें अपने व्यवहार का हिस्सा बना लेते हैं. ऐसे में ये आदतें उनके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती हैं.
ये हैं वो 7 बातें जिनका हर मां-बाप को ख्याल रखना चाहिए...
1. कई बार हम अपने लुक्स और करियर को लेकर खुद की आलोचना करने लगते हैं. ऐसा करने से बच्चे के मन में सुंदरता और सफलता को लेकर निगेटिव बातें घर कर सकती हैं. जिसकी वजह से आगे चलकर उसे डिप्रेशन और चिड़चिड़ेपन की शिकायत हो सकती है.
2. बहुत से माता-पिता घंटों फोन पर लगे रहते हैं. उन्हें देखकर उनके बच्चें भी बहुत कम उम्र में ही मोबाइल की मांग करने लगते हैं. इससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ सकता है.
3. कई मां-बाप की यह आदत होती है कि वो अपने बच्चों को लड़का या लड़की होने के अनुसार व्यवहार करने के लिए कहते हैं. जैसे अगर लड़की है तो उन्हें यह नसीहत दी जाती है कि वो स्पोर्ट्स में भाग ना लें और लड़कों को अपनी भावनाओं को छिपाने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने से बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
4. बच्चों के सामने कभी भी धूम्रपान न करें और न ही शराब पिएं. बच्चों के सामने ऐसा करने से उन्हें लग सकता है कि धूम्रपान करने और शराब पीने में कोई बुराई नहीं है. इससे वो बहुत कम उम्र में इस गंदी लत का शिकार हो सकते हैं.
5. अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से कभी नहीं करनी चाहिए. ना ही कभी कम नंबर लाने के लिए दूसरे बच्चों के सामने अपने बच्चों को डांटना चाहिए. ऐसा करने से आपके बच्चे के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है.
6. अगर आप अपने बच्चों के सामने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ लड़ते हैं तो इसका उन पर बुरा असर पड़ सकता है. हो सकता है इस छोटी सी उम्र में ही वो बहुत आक्रामक हो जाएं.
7. छोटी-छोटी गलतियों के लिए अपने बच्चों पर कभी हाथ नहीं उठाना चाहिए. अगर आप उन्हें छोटी- छोटी बातों पर सजा देते हैं तो उनमें विरोध की भावना घर कर सकती है और हो सकता है वो आपका सम्मान करना भी छोड़ दें.