मिस्र में जन्मे इस बच्चे को देखकर आप का दिल कांप सकता है. बच्चे के जन्म को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं लेकिन मेडिकल की जुबान में यह एक प्रकार का विकार है.
इस बच्चे के माथे के बीचों-बीच एक आंख है. इसके अलावा भी इस बच्चे को कई तरह की समस्याएं हैं और इसके जीवित रहने की उम्मीद बहुत कम है.
डॉक्टरों का मानना है कि ये बच्चा एक दुर्लभ मेडिकल कंडिशन, साइक्लोपिया से पीड़ित है. यह नाम ग्रीक माइथोलॉजी से लिया गया है. इस विकृति का कारण गर्भावस्था के दौरान गर्भ का रेडिएशन के संपर्क में आना होता है. एेसा होने पर बच्चे के जीवित रहने के चांस बहुत कम होते हैं.
बच्चे के माथे के बीचों-बीच एक आंख है और उसकी नाक भी नहीं है. दरअसल गर्भ में ही इस बच्चे की आंखों के छिद्र नहीं बन पाए जिस वजह से इसकी आंख माथे पर है. ऐसे बच्चों का दिल भी बहुत कमजोर होता है. डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार, अरेबियन न्यूज वेबसाइट स्लाती डॉट कॉम ने खबर दी है कि डॉक्टरों को संदेह है कि यह विकृति मां द्वारा ली जा रही दवाइयों और रेडिएशन के संयुक्त परिणाम की वजह से हुई है.
मिस्र के अल-सेनबेलावेन के एक निजी अस्पताल में जन्मा यह बच्चा अब भी डॉक्टरों की निगरानी में है. खुद परिवार ने ही इस बच्चे की ये तस्वीर जारी की हैं.