एंजेला अपने बच्चे को लेकर डेंटिस्ट के पास पहुंची और उन्हें पूरी उम्मीद थी कि उनके बेटे को दांतों से जुड़ी कोई समस्या नहीं होगी.
एक जिम्मेदार मां की तरह एंजेला अपने बच्चों की सेहत को लेकर हमेशा ही सतर्क रहती थीं. उन्हें लगता था कि वो उनके दांतों का भी पूरा ध्यान रखती हैं. वो अपने बच्चों को खाने-पीने की हर उस चीज से दूर रखती थीं जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकते थे.
पर डेंटिस्ट ने जब उन्हें ये बताया कि फिन के दूध के दांतों में कैविटी है तो एंजेला हैरान रह गईं. इस कैविटी को बने करीब छह महीने हो चुके थे. एंजेला बताती हैं कि उन्हें लगा कि वो दुनिया की सबसे बुरी मां हैं. पर उस वक्त भी उन्हें ये नहीं पता चल की उनके बेटे को ये तकलीफ हो कैसे गई.
उनके अनुसार उनके बच्चे न तो बहुत अधिक जंक फूड खाते हैं और न ही कुछ मीठा खाने के बाद बिना मुंह धोए रहते हैं. फिर ये हुआ कैसे?
ब्रिटिश डेंटल एसोसिएशन के साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर डेमीन वॉलम्स्ले का कहना है कि आजकल के बच्चे स्नैक्स को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साही होते हैं, जिसकी वजह से उनमें कैविटी होने का खतरा बहुत अधिक होता है.
शोधकर्ता मानते हैं कि कई बार माता-पिता की जरूरत से ज्यादा देखभाल की वजह से भी बच्चों के दांत खराब हो जाते हैं. उन्हें लगता है कि उनके बच्चे को हेल्दी ड्रिंक पीना चाहिए, युगर्ट और दूसरे ड्रिंक लेने चाहिए. पर वो ये भूल जाते हैं कि इन सभी में शुगर की भरपूर मात्रा होती है, जो बच्चे के दांतों पर बहुत बुरा असर डालता है.
बच्चों के दांत दो तरीके से प्रभावित होते हैं. एक तो उन खाद्य पदार्थों के सेवन से जिनमें अम्लीयता होती है और दूसरे वे जिनमें शुगर होती है. अम्लीय खाद्य पदार्थ दांतों की ऊपरी परत यानी इनेमल को नष्ट करता है जबकि शुगर बैक्टीरिया को जन्म देता है.
एंजेला के मामले में भी यही हुआ था. एंजेला अपने बच्चों को पौष्टिक आहार देने के चक्कर में जूस, हनी-ग्रेन बार दिया करती थीं. वो अपने बच्चों को रात के वक्त दूध पिलाकर ही सुलाती थीं. उन्हें लगता था कि कैल्शियम उनके बच्चों के दांत के लिए बहुत अच्छा है. पर जैसा कि डॉक्टर नाथवनी का कहना है कि दिन के समय दूध का सेवन अच्छा है लेकिन रात के वक्त इसमें मौजूद लेक्टोज जोकि एक प्रकार की शर्करा ही होती है, दांतों को नुकसान पहुंचाती है.
ज्यादातर मां-बाप को यही लगता है कि रात को दूध पीना उनके बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होगा लेकिन ये बात कुछ ही मां-बाप को पता होती है कि गलत वक्त पर बच्चे को दूध देना उनके दांतों को मजबूत बनाने की जगह और कमजोर ही करेंगा.