साहित्य के सितारों का महाकुंभ शुरू हो चुका है. साहित्य आज तक के मंच पर धर्म गुरू मोरारी बापू ने शिरकत की. उन्होंने मंच पर बहुत सारी किस्से कहानियां शेयर की. मोरारी बापू ने ये भी बताया कि उन्हें किस तरह का सिनेमा पसंद है और आखिरी बार उन्होंने कौन सी फिल्म देखी है.
ब्लैक एंड व्हाइट सिनेमा के शौकीन हैं बापू
मोरारी बापू जब भी बोलते हैं बस लगातार उन्हें सुनने का मन करता रहता है. साहित्य आज तक के वक्त पर भी ऐसा ही हुआ. यहां मोरारी बापू से पूछा गया कि उन्हें कैसा सिनेमा पसंद है? उन्होंने जवाब में कहा, पहले वो बहुत सिनेमा देखते थे. अब नहीं देखते. उन्हें ब्लैक एंड व्हाइट सिनेमा पसंद है. इसके बाद बापू से पूछा गया कि उन्होंने आखिरी फिल्म कौन सी देखी है. इस पर बापू ने कहा कि लास्ट फिल्म उन्होंने पाकिजा देखी है.
फेवरेट एक्टर, नेता और खिलाड़ी के बारे में बात करते हुए मोरारी बापू ने कहा कि उन्हें पूरा देश ही पसंद है. साहित्य आज तक के मंच से जाते-जाते मोरारी बापू के इन जवाबों ने वहां मौजूद लोगों का दिन बना दिया. वैसे ये जानना दिलचस्प रहा कि मोरारी बापू को ब्लैक एंड व्हाइट सिनेमा अच्छा लगता है. यही नहीं, उन्होंने पाकिजा फिल्म भी देखी है.
कौन हैं मोरारी बापू?
शायद ही कोई होगा जो मोरारी बापू के बारे में ना जानता हो. पर भी चंद लोग हो सकते हैं जिन्हें बापू के बारे में शायद कुछ चीजें ना पता हों. मोरारी बापू का जन्म 19 फरवरी 1947 को गुजरात के महुवा स्थित तलगजरदा गांव में हुआ था. मोरारी बापू ने महज 14 साल की उम्र में रामचरितमानस पर अपना पहला प्रवचन दिया था. ये प्रवचन उन्होंने गुजरात के एक गांव धनफुलिया में दिया था. मोरारी बापू दुनिया के तमाम देशों में रामकथा सुनने के लिये जाने जाते हैं.
बता दें कि साहित्य आज तक का मंच 18 से 20 नवंबर तक सजेगा, जिसमें साहित्य और सिनेमाजगत से जुड़ी कई बड़ी हस्तियां आने वाली हैं.