इंडिया टुडे ग्रुप आजतक के दर्शकों के लिए e-एजेंडा आजतक की सीरीज के बाद e-साहित्य आजतक लेकर आया है. e-साहित्य 22 मई से 24 मई तक चलने वाला है. अपनी सादगी, भदेस बोली, भोला अंदाज व चुटीले व्यंग्य के लिए मशहूर हास्यकवि सुरेंद्र शर्मा ने e-साहित्य आजतक के मंच पर धर्म, समाज को लेकर अपना नजरिया रखा. उनका कहना है कि अगर अंदर धार्मिकता व दयालुता नहीं है, तो हमें हंसने का हक नहीं. किसी के आंसू पोंछ दीजिए तो मंदिर, गुरुद्वारे जाने की जरूरत नहीं. साथ ही कोरोना वारियर्स को सलाम करते हुए कहा कि हर वह व्यक्ति बधाई का पात्र है जो कोरोना से लड़ रहा. वहीं उन्होंने चुटीले अंदाज में घर में रह रहे पतियों को होशला रखने के लिए कहा. उनका कहना है कि पतियों को घबड़ाना नहीं चाहिए. यह बुरा वक्त है निकल जाएगा.