आजतक पर e-साहित्य आजतक का आगाज हो चुका है. 22 मई से 24 मई तक चलने वाले साहित्य के इस महाकुंभ में साहित्य जगत के कई बड़े सितारे शामिल हो रहे हैं. e-साहित्य आजतक पर सांसद और गायक हंस राज हंस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस के कठिन समय को लेकर चर्चा की. लॉकडाउन के अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि जब लॉकडाउन लगाया गया तो कई गरीब लोगों के घर खाने के लाले पड़ गए. मैं जानता हूं गरीबी क्या है. मैंने गरीबी देखी है. इसलिए पहले दिन से मेरी पूरी कोशिश रही है कि कोई व्यक्ति भूखा न रहे. मैं और मेरी टीम ने कोशिश की है कि जरूरतमंदों के पास समय से खाना पहुंच सके. साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की समय से लॉकडाउन लागू करने के लिए की तारीफ की. साथ ही उन्होंने जीवन के संघर्ष और सफलता का राज शेयर करते हुए कहा कि आज जो भी मुझे हासिल हुआ है वह दुआओं का असर है. सांसद हंस राज हंस ने संदेश देते हुए कहा कि कोरोना काल में सियासत से ऊपर होकर इंसानियत की सेवा करनी चाहिए.