तीन दिवसीय e-साहित्य आजतक के दूसरे दिन मंच पर आमंत्रित थे दिग्गज राइटर मनोज मुंतशिर. उन्होंने शुरुआत उनकी रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता- तुम मुझे क्या दोगे, से की. मनोज ने कहा कि वह एक सफर के बाद यहां तक पहुंचे हैं. मनोज ने अपनी भावना को शब्द देते हुए कहा- मेरे पैरों को तू मिट्टी में सना रहने दे, मेरा धरती से जो रिश्ता है वो बना रहने दे. देखिए, साहित्य, बॉलीवुड लेखन से लेकर मजदूरों के दर्द पर क्या खूब बोले मनोज मुंतशिर.