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इश्क करने पर मजबूर करेगी 'फॉल विंटर कलेक्शंस'

उपन्यास की नायिका संघमित्रा बनर्जी और नायक डॉक्टर अनिरुद्ध जैन सोलंकी मजबूत किरदार हैं जिनसे आप प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाएंगे.

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फॉल विंटर कलेक्शंस
फॉल विंटर कलेक्शंस

किताब- फॉल विंटर कलेक्शंस
लेखिका- कोरल दासगुप्ता
पब्लिशर- नियोगी बुक्स
कीमत- 395 रुपये

टैगोर के शांतिनिकेतन की खूबसूरती और जिंदगी में अतीत के कड़वे अनुभवों में उलझी दो जिंदगियों पर आधारित कोरल दासगुप्ता के इस उपन्यास का तानाबाना सफलता और विफलता, प्रेम और समर्पण के इर्द गिर्द बुना है. उपन्यास की नायिका संघमित्रा बनर्जी और नायक डॉक्टर अनिरुद्ध जैन सोलंकी मजबूत किरदार हैं जिनसे आप प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाएंगे.

दोनों ही जिंदगी में अकेले हैं अपने अतीत के कड़वे अनुभवों के कारण कुछ उलझे से रहते हैं. पिछली अधूरी अनुभूतियों के कारण कुछ संशय और संकोच में रहने वाले दोनों ही कला और आध्यात्म की तरफ खास झुकाव रखते हैं. और इन्ही वजहों से दोनों एक दूसरे के करीब भी आते हैं.

संघमित्रा और अनिरुद्ध विश्व भारती यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं. शुरुआत में दोनों एक दूसरे से भिन्न प्रतीत होते हैं, लेकिन किस तरह दोनों समय के साथ-साथ एक दूसरे के पास आते हैं और फिर कैसे एक दूसरे के पूरक बन जाते हैं. इसी यात्रा को कोरल ने बेहद खूबसूरती से शब्दों के जरिए उकेरा है.

उपन्यास में आरम्भ से अंत तक टैगोर के शांतिनिकेतन का जितनी खूबसूरती से वर्णन किया गया है उससे यह सिद्ध होता है कि लेखिका की कल्पना में अपार क्षमताएं और शक्ति है. एक एक शब्द आंखों के सामने चित्रित होता है मानो कोई फिल्म चल रही हो.

शांतिनिकेतन की संस्कृति और परंपरा को सही परिवेश में अपने पढ़ने वालों तक पहुंचाया है. अपने लेखन से ऐसा कर जाना ही सही मायनों में किसी भी लेखक की सबसे बड़ी सफलता होती है. कोरल अपने इस प्रयास में काफी हद तक सफल भी हुई हैं.

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पहली बार कथा साहित्य में हाथ आजमाने वाली कोरल दासगुप्ता ने रोमांस में पैशन, इच्छा और लालसा रखते हुए जिस पवित्रता और सुंदरता से शब्दों में पिरोया है, इन पंक्तियों से ही समझा जा सकता है. ‘Overwhelmingly he spills raw desires to engulf my being, my world. A secluded life, that I called my choice, seems to be drowning in the vigour of his wild, outrageous invitation’.
आजकल लेखक जहां पैशन और अश्लीलता के बीच का फर्क भूल सा गए हैं वहीं लेखिका ने इस बात पर विशेष ध्यान रखते हुए कहीं भी सीमाएं नहीं लांघी हैं.

फॉल विंटर कलेक्शंस पढ़ना ना पढ़ना इस बात पर निर्भर करता है कि आप रोमांटिक हैं या नहीं. अगर आप रोमांटिक हैं तो यह उपन्यास आपके लिए ही लिखा गया है और यदि आप प्रेम लीला में दिलचस्पी नहीं रखते तो यह आपको जरूर पढ़ना चाहिए, यकीन मानिए आप अपना विश्वास बदलने के लिए विवश हो जाएंगे.

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