नोबेल पुरस्कार विजेता टर्किश लेखक ओरहान पामुक की नई किताब आई है. नाम है- 'स्ट्रेंजनेस इन माय माइंड'. पेंग्विन से प्रकाशित इस किताब की कीमत करीब 1880 रुपये है.
'स्नो', 'माय नेम इज रेड' और 'द ब्लैक बुक' जैसी बेस्टसेलिंग किताबों लेखक पामुक को 2006 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला था. उनके लेखन का 60 से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद हुआ है.
किस बारे में है किताब
लड़के का नाम था मेवलुत करातास. तुर्की के सेंट्रल अनातोलिया में रहता था और सोचा करता था कि बड़ा होकर वह न जाने क्या बनेगा. स्कूल की पढ़ाई ज्यादा नहीं कर पाया और 12 साल की उम्र में वह अपनी 'दुनिया के केंद्र' यानी इस्तांबुल आ गया. शहर जो एक तरफ ढहाया जा रहा था और दूसरी तरफ तेजी से बनाया जा रहा था. इसके दोनों स्वरूपों पर वह तत्काल मुग्ध हो गया.
उसने अपने पिता का धंधा अपना लिया और सड़कों पर बोजा (एक तरह का ड्रिंक) बेचने लगा. उसने सपने देखे कि एक दिन वह उन सब लोगों की तरह अमीर हो जाएगा जो उसके गांव से बहुत पहले यहां आकर बस गए थे. लेकिन फिर वक्त उसके खिलाफ साजिश करता है. उसे प्रेम हो जाता है एक लड़की से. जो उसे सिर्फ एक बार एक शादी में दिखी थी. तीन साल तक उस लड़की को प्रेम पत्र लिखता है और फिर एक गलतफहमी में उसकी बहन के साथ भागकर शादी कर लेता है.
रफ्ता-रफ्ता वह अपनी 'गलतीशुदा' बीवी और अपनी फैमिली को स्वीकार लेता है. उसकी जिंदगी के वर्ष बीतते जाते हैं. इस दौरान वह कई रोजगार करता है जो उसे कहीं नहीं ले जाते. लेकिन हर शाम, नाकामी के भाव से विरक्त वह इस्तांबुल की सड़कों पर भटकता है, बोजा बेचता है और अपने दिमाग की 'स्ट्रेंजनेस' पर हैरान होता है. इसी सिहरन की बदौलत वह दूसरों से अलग महसूस कर पाता है. लेकिन भाग्य एक और साजिश बुनता है, उसे यह समझाने के लिए कि वह जिंदगी से हमेशा चाहता क्या था.
एक महान शहर में एक आम शख्स की जिंदगी की कथा है यह किताब. कथ्य और शैली पामुक की है तो उसका असर तो होगा ही.