मशहूर ब्रिटिश नॉवेलिस्ट सलमान रुश्दी की किताब 'जोसेफ एंटन' का हिंदी अनुवाद आ गया है. यह उनकी मशहूर और विवादित कृति 'द सैटेनिक वर्सेज' पर विस्तृत टिप्पणी है. किताब 2012 में छपी थी, अब वाणी प्रकाशन इसका हिंदी अनुवाद लेकर आया है.
किताब 15 अक्टूबर से उपलब्ध होगी. इसके पेपरबैक संस्करण की कीमत 499 और हार्डकवर की कीमत 999 रुपये है.
सैटेनिक वर्सेज (1988) का कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों ने जबरदस्त विरोध किया था. इसके बाद ईरान के इस्लामी नेता अयातुल्ला खमैनी ने रुश्दी के खिलाफ फतवा जारी कर दिया था. तब रुश्दी ने जोसेफ एंटन के छद्मनाम से यह किताब लिखी थी. यह दो लीजेंड्री लेखकों जोसेफ कॉनराड और एंटन चेखव के नामों का मिश्रण है.
सलमान रुश्दी 11 नॉवेल, एक शॉर्ट स्टोरी कलेक्शन और तीन नॉन-फिक्शन किताबें लिख चुके हैं. साल 1993 में उनकी किताब ‘द मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ को द बेस्ट ऑफ बुकर यानी चालीस साल इतिहास में बुकर विजेता रहे उपन्यासों में श्रेष्ठ घोषित किया गया था.