scorecardresearch
 

कबीर का नाम सुना होगा, पर क्या जानते हैं अरबी में इसका मतलब?

साहित्य आजतक 2018 के तीसरे दिन की बॉलीवुड अभिनेता और संगीतकार अन्नू कपूर के ने तमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी.

Advertisement
X
अन्नु कपूर
अन्नु कपूर

Advertisement

साहित्य आजतक 2018 के तीसरे दिन की बॉलीवुड अभिनेता और संगीतकार अन्नू कपूर के ने तमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी. 'सुहानी' सेशन में मीनाक्षी कंडवाल के साथ बातचीत में दिग्गज अभिनेता ने उम्र और अनुभव के आधार पर किसी आदमी के छोटे बड़े होने का फर्क 'कबीर' के नाम का मतलब बताते हुए समझाया.

अन्नू कपूर ने बताया, "जिस व्यक्ति को जुलाहो ने पाला, उसका जब नामकरण किया गया तो मौलवी साहब ने कहा कि इस बच्चे का नाम सगीर-चांद खां होना चाहिए. सगीर का मतलब होता है, छोटा. लेकिन मौलवी साहब ने कहा, कुरान ए शरीफ में इनके लिए कबीर ही सबसे सही नाम है. कबीर का मतलब है महान." एक्टर ने कहा, कोई भी व्यक्ति उम्र, अनुभव और कद के आधार पर छोटा नहीं होता. काम उसे बड़ा बनाते हैं.

Advertisement

एक्टर ने अपने करियर को लेकर और भी कई दिलचस्प बातें कीं. अन्नू कपूर ने बताया, मेरे करियर के शुरुआती साल काफी गरीबी में गुजरे. न चाहते हुए भी इस फील्ड में आना पड़ा. दिल्ली में हम 250 रुपये किराये पर रहते थे. एक्टर तो दिल्ली में बन गए थे, लेकिन मुंबई पैसा कमाने के लिए आए थे. मैं आज भी पैसे की पूजा करता हूं. लेकिन मेहनत और ईमानदारी से कमाए पैसे की."

एक्टर ने कहा, "कुछ हुनर चाहिए बाजार में रहने के लिए. अब तो बदनामी का शोहरत से वो रिश्ता है कि लोग नंगे हो जाते हैं." धन कमाने के लिए मैं आपकी जेब नहीं काटूंगा, देश नहीं बेचूंगा और आपका गला नहीं काटूंगा. पूरी दुनिया इमं भारत ही ऐसा देश है जहां क़ानून, सामाजिक और धार्मिक रूप से धन की पूजा की जाती है.

26 साल की उम्र में 70 साल का किरदार

अन्नू कपूर ने बताया,"बाजार में टिकने के लिए एक रुका हुआ फैसला किया. उस वक्त मेरी उम्र  26 साल थी. पहले मुझे लगा की मैं ये रोल क्यों कर रहा हूं. लेकिन ये फिल्म का सबसे मुश्किल रोल था. मुश्किल काम में बढ़िया काम निकलता है.

To License Sahitya Aaj Tak Images & Videos visit www.indiacontent.in or contact syndicationsteam@intoday.com

Advertisement
Advertisement