साहित्य आज तक' के मंच पर पहुंचे दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने 'आप' सरकार पर चुटकी लेते हुए जनता से कहा, दो साल बाद 'आप' आपके सामने होगी. आपका फैसला होगा कि आप 'आप' के साथ क्या करेंगे. 'ग़ालिब-ए-खस्ता' सेशन में नजीब जंग ने शायरी सुनाई. इसके अलावा जानिए इस सेशन में क्या रही खास बातें...
1. संविधान को बचा के रखना मेरा धर्म है, पर आप मुझे उसकी व्याख्या करने के लिए नहीं बोल सकते, ये मेरा काम नहीं है: नजीब जंग
2. एक ड्रामा चल रहा है, कोशिश है कि हम अपना किरदार सही तरीके से निभाएं .
3. मैंने अरविंद केजरीवाल को कई बार शायरी में भी जवाब दिया है, पर उनकी तरफ से कभी ऐसा हुआ नहीं है.
4. शायरी और सियासत में रिश्ता हो सकता है पर आज सियासत बहुत नीचे के स्तर पर आ चुकी है.
5. अगर आप संविधान बदलना चाहते हैं तो संसद में 282-283 सीटें जीत कर जाएं और बदलाव कर दें.
6. वक्त बदला तो उसके साथ पुरानी दिल्ली भी बदली.
7. गालिब को पढ़कर आज भी मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
8. आजकल की भाषा बहुत खराब हो गई है. पहले की शालीन भाषा हमारे मुल्क से पराई हो गई है.
9. मीडिया में ज्यादातर गलत ही बातें आती हैं. मैं उन पर ध्यान ही नहीं देता. मैं मानता हूं कि यह सब नाटक है और हम नाटक के किरदार हैं.
10. गालिब के जमाने की दिल्ली और अभी की दिल्ली में जमीन-आसमान का अंतर है.