बॉलीवुड के मशहूर गीतकार, राइटर, कवि और सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी ने साहित्य आजतक के मंच पर देशभक्ति, मौजूदा सरकार, कविताओं और आलोचनाओं पर बात की. भारत के प्रसून सेशन में मोडरेटर अंजना ओम कश्यप ने प्रसून जोशी से सवाल पूछा- क्या मोदी सरकार में तानाशाही चलती है खासतौर पर साहित्य जगत में ऐसा कहा जाता है? आज अगर हैदर जैसी फिल्म आती तो रिलीज भी नहीं होती.
इस पर प्रसून जोशी ने कहा- ''मुझे नहीं लगता. ये गलत आरोप है. लोग कुछ भी कह सकते हैं. ये बेबुनियाद है. ऐसे सेलेक्टिव आरोपों से मुझे दिक्कत होती है. हमारे देश में टकराव की स्थिति, धर्म पर बहस बरसों से चली आ रही है. कोई शख्स अगर इस सभी घटनाओं को जोड़कर फिल्म बनाना चाहे तो बना सकता है. हमें सॉल्यूशन को खोजना होगा. देश के बड़े मुद्दों पर बोलना चाहिए.''
साहित्य आजतक में रजिस्ट्रेशन के लिए यहां क्लिक करें
सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर क्या बोले प्रसून?
देश में आए बदलाव की आलोचना करने वालों पर प्रसून जोशी ने कहा- ''मुझे लगता है आप सरकार की व्यवस्था के खिलाफ क्यों होंगे? पहले आप देश के साथ हो जाइए. फिर बताइए कि आप किसके खिलाफ हैं. जब आप देश के साथ होंगे तो आपकी एंकरिंग सही हो जाएगी. ऐसे में देश की प्रगति के लिए हुए फैसले को आप समझेंगे, मूलत: चाहे आपको उससे परेशानी है, फिर भी आप उससे जुड़े रहेंगे क्योंकि आप देशहिट से जुड़े रहेंगे. ''