दिल्ली में फिर से साहित्य और कला का सबसे बड़ा मंच सज चुका है. मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 'साहित्य आजतक' के छठे संस्करण का आज आखिरी दिन है. 3 दिन तक चलने वाले इस शब्द-सुरों के इस कार्यक्रम में कई दिग्गज शिरकत कर रहे हैं. आज कार्यक्रम के तीसरे दिन दिन के पहले सेशन में टीवी शो 'बस कर बस्सी' के स्टैंड-अप कॉमेडियन और एक्टर अनुभव सिंह बस्सी पहुंचे.
अनुभव सिंह बस्सी ने 'साहित्य आजतक' से पूछा गया कि क्या कभी आपको लगता है कि मैं वकालत कर लेता तो बढ़िया था? इस पर उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि नहीं मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा. अगर वकालत करता तो एक-दो क्लाइंट्स को ही खुश कर पाता. अभी मैंने पूरे देश को खुश किया हुआ है.
एंकर सौरभ द्विवेदी ने कहा कि अनुभव ने हंसते हुए कहा था कि आप मुझसे दुनिया जहां के सवाल पूछिए. पैरिस क्लाइमेट चेंज से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में किसे होना चाहिए से लेकर क्रिकेटर्स और फिल्म स्टार्स को लेकर. मेरे पास हर सवाल का जवाब है. मैं आपको दे दूंगा.
इस पर हंसते हुए अनुभव ने कहा कि ऐसी तो कोई बात हुई ही नहीं थी. फिर सौरभ ने सवालों के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए अनुभव से पूछा कि दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण पर आप क्या बोलना चाहेंगे? अनुभव ने ठहाका मारते हुए कहा- फ्री की सिगरेट मिल रही है. ले लो. फिर बोले कि मैं इस पर क्या ही बोल सकता हूं. ये मेरे हाथ में तो है नहीं.
अगला सवाल- मुंबई के बारे में क्या कहेंगे. क्या आप एक्सप्लोर करते हैं मुंबई को? अनुभव ने कहा कि मैं तो ज्यादातर गाड़ी में आता-जाता रहता हूं. कहीं रुकता नहीं. जितनी देर ट्रैफिक में रुकती है गाड़ी बस उतना ही देखता है. मैंने मुंबई को एक्सप्लोर नहीं किया. मेरे लिए मुंबई से बढ़िया तो दिल्ली है. मुंबई में एक्सप्लोर करने के लिए कुछ भी नहीं है.
अगला सवाल- आपने रणबीर-श्रद्धा की फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' में काम किया है. रणबीर कपूर के बारे में क्या कहना चाहेंगे? अनुभव बस्सी ने कहा- रणबीर 'मेरी जान'. बेहद कमाल का आदमी. एक शानदार एक्टर. उनसे पहली मुलाकात नहीं भूल सकता. पहली बार जब उनसे मिला था तो मैं एक न्यू कमर एक्टर था. फिर भी उन्होंने मेरे सामने हाथ जोड़े. मुझसे बात की. कहा कि बस्सी भाई आपकी वीडियो मैं देखता हूं. चलिए एक बार साथ में काम करेंगे. हम एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर रहे हैं. अनुभव ने आगे कहा कि रणबीर कपूर से मिलकर सच में ऐसा लगा कि बड़ा आदमी असल में बड़ा कैसा होता है. ओहदे से नहीं बल्कि मन से बड़ा होता है.
अगला सवाल- श्रद्धा कपूर के लिए क्या कहेंगे? अनुभव ने कहा- श्रद्धा भी 'मेरी जान'. श्रद्धा का नेचर भी बिल्कुल रणबीर की तरह है. उनका नेचर और पंक्चुएलिटी मुझे बहुत पसंद है. अगर काम पर आने का समय 6 बजे है तो वो बिल्कुल समय पर आती हैं. सेट पर सभी के साथ अच्छा बर्ताव करती हैं, जैसा कि एक एक्टर को करना चाहिए.
अगला सवाल- पीएम नरेंद्र मोदी पर क्या कहेंगे. क्या विचार रखते हैं आप? अनुभव ने कहा कि उनके बारे में बोलने वाला मैं कौन होता हूं? वो तो प्रधानमंत्री हैं. सवाल- राहुल गांधी के बारे में क्या कहेंगे? उन्होंने कहा कि मैं क्यों किसी के बारे में कुछ कहूं.
सवाल- स्टैंड-अप कॉमेडी में दिक्कत कहां आती है? अनुभव ने कहा- दिक्कत तो यूं कहीं नहीं है. लेकिन मैं जनता से बस यह अपील करना चाहूंगा कि आप लोगों को थोड़ा सा कम सेंसिटिव होना पड़ेगा कुछ चीजों को लेकर, जो वास्तव में सेंसिटिव नहीं हैं. जैसे कि उदाहरण के तौर पर हम कभी मजाक में कुत्ते को कुत्ता बोल देते हैं. इस पर डॉग लवर्स आपत्ति जताते हैं कि आपने कुत्ते को कुत्ता क्यों कहा? जबकि, डिक्शनरी में तो डॉग को कुत्ता ही कहते हैं ना. लोगों को भी ये बात समझनी होगी. ताकि हम भी थोड़ा खुलकर कॉमेडी कर सकें. नहीं तो हम पूरे समय रिस्ट्रिक्शन में ही घूमते रहते हैं कि क्या बोलें और क्या ना बोलें.
सवाल- स्टैंड-अप कॉमेडी में कौन-कौन से राइजिंग स्टार्स हैं? अनुभव ने कहा- काफी सारे कॉमेडियन इस इंडस्ट्री में हैं जो आगे चलकर काफी अच्छा नाम कमाएंगे. एक आशीष सोलंकी, जिसने आजतक ने शो में एक भी गाली का इस्तेमाल नहीं किया. बाकी, गुरलीन पन्नू, हिमांशु भारद्वाज और ओंकार जैसे कई ऐसे कॉमेडियन्स हैं जो कि एक दो सालों में काफी नाम कमाएंगे.