Sahitya AajTak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर अंतिम दिन 'हर तरफ भगवा' सेशन में देश के जाने माने लेखिकों ने साहित्य, लेखन और मौजूदा परिदृश्य पर बातें कीं. इनमें प्रोफेसर संगीत कुमार रागी और लेखक अजय सिंह शामिल हुए. प्रो संगीत कुमार रागी ने 'आरएसएस और गांधीः द आइडिया ऑफ इंडिया एंड एडमिनिस्ट्रेटिव थिंकर्स' के लेखक हैं. वहीं अजय सिंह 'द आर्किटेक्ट ऑफ द न्यू बीजेपी: हाउ नरेंद्र मोदी ने ट्रांसफॉर्म द पार्टी' के लेखक हैं.
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रो. संगीत रागी ने कहा कि कांग्रेस कई बार भाजपा को पटखनी भी दे सकती है. कांग्रेस के खत्म करने में रीजनल पार्टी की बड़ी भूमिका है. भाजपा को रोकने की कोशिश में कांग्रेस की जमीन खत्म हो गई. कई बड़े राज्य कांग्रेस के हाथ से निकल चुके हैं. कांग्रेस पार्टी कहने को आज भी राष्ट्रीय पार्टी है, लेकिन उसकी भूमिका एक क्षेत्रीय पार्टी के रूप में सिमट गई है.
कांग्रेस केवल पार्टी नहीं है, यह एक प्रकार की कुसंस्कृति की भी परिचायक है. बीते समय से देश में सामाजिक न्याय की धारा शुरू हुई है. बीते 8 साल में कई बड़े काम हुए हैं. सामाजिक न्याय के तहत गरीबों तक पहुंचने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि वैचारिक सोच को मोदी सरकार ने बदला है. भारत अपने सनातन मूल्यों और सनातन जड़ों की ओर लौट रहा है.
सेशन के मॉ़डरेटर सईद अंसारी ने सवाल किया कि भाजपा को कांग्रेस से चिढ़ क्यों? इस सवाल के जवाब में संगीत रागी ने कहा कि भाजपा सांस्कृतिक विचारधारा वाली पार्टी है, लेकिन कांग्रेस में ऐसा नहीं है. कांग्रेस पार्टी का बड़ा नेटवर्क था, जिसके सहारे वह आजादी के बाद से चुनाव जीतती चली आई. कांग्रेस की नजर में भारत पुरातन राष्ट्र नहीं है, जबकि भाजपा मानती है कि भारत एक पुरातन राष्ट्र है.
उन्होंने कहा कि भाजपा को कांग्रेस से चिढ़ने की जरूरत नहीं है, आजादी के बाद जिस भारत का निर्माण होना चाहिए था, कांग्रेस उस दिशा में आगे नहीं बढ़ी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जिसकी विचारधारा पर तरस खाया जा सकता है.
भाजपा हिंदू राष्ट्र घोषित करने की कोई पहल क्यों नहीं करती? इसके जवाब में संगीत रागी ने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र ही है, भारत की प्रकृति हिंदू है, इसीलिए यह हिंदू राष्ट्र है. भारत की सभ्यता और संस्कृति को बनाने वाले सनातनी हैं. उन्हें आप हिंदू कह सकते हैं. उन्होंने यहां की सभ्यता का संरक्षण किया है.
इस दौरान संगीत रागी ने कहा कि आज के बच्चे सभी से मिलकर रहें. प्रेम और सौहार्द्र बनाकर रहें. अंत में उन्होंने कहा कि सपनों की उम्र नहीं होती, रिश्तों में गणित नहीं होता...
देश में दो राष्ट्रीय पार्टियों का होना बेहद जरूरीः अजय सिंह
वहीं कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में लेखक अजय सिंह ने कहा कि जब उन्होंने किताब लिखी तो उस समय विचार आया था कि संगठन कैसे बढ़ता है. इस किताब को आर्गेनाइजेशनल एबिलिटीज पर लिखा गया है. उन्होंने कहा कि हमने न्यू बीजेपी इस वजह से लिखा है कि भाजपा को नए ढंग से खड़ा किया गया है.
इस दौरान जब मॉडरेटर सईद अंसारी ने सवाल किया कि क्या 2014 से पहले हमारा देश महान नहीं था? क्या 2014 से पहले देश में आईआईटी, आईआईएम नहीं थे? क्या देश पाषाणकालीन युग में जी रहा था? क्या जो हुआ है, वह पहले नहीं था?
इस सवाल के जवाब में लेखक अजय सिंह ने कहा कि ऐसा कोई दावा नहीं किया जा सकता है. इस देश में दो नेशनल पार्टी बेहद जरूरी हैं. अगर कोई ये कहता है कि 'कांग्रेस मुक्त भारत' का जुमला सिर्फ कहने भर को है. चुनाव में पार्टी आगे-पीछे होती रहती है.
चारों ओर भगवा जरूर है, लेकिन इस भगवा के आने के बाद हिंदू-मुसलमान ज्यादा हो गया है? इसके जवाब में अजय सिंह ने कहा कि 1989 के दौरान हमने यूपी में पहले इतने दंगे देखे हैं, उतने अब नहीं होते हैं. इलेक्शन कोई तब जीतता है कि जब लोगों को लगता है कि आने वाला नेता उनकी जरूरतों को पूरा करेगा.