'साहित्य आजतक 2022' की 18 नवंबर को शुरुआत हो चुकी है. पहले दिन कुतले खान ने अपने लोकगीतों से समा बांधा और असीस कौर ने अपनी रॉकिंग ट्यून से इसे खत्म किया. अब शनिवार को दूसरे दिन की शुरुआत हंस राज हंस के सुरीले गीतों के साथ हुई. सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने गायक जगजीत सिंह को भी इस दौरान याद किया. अब गानों की बात हो ही रही है तो इसके जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों को भी याद कर लेते हैं.
आरडी बर्मन से जुड़ा दिलचस्प है किस्सा
आरजे और लेखक युनूस खान ने अपने जमाने के जाने-माने गीतकार एसडी बरमन और आरडी बर्मन को याद किया. युनूस खान ने बताया कि साल 1951 में एक फिल्म आई थी 'नौजवान'. यह वह दौर था जब एसडी बरमन (सचिन देव बरमन) फिल्मी दुनिया में अपने कदम जमा रहे थे. यह वह दौर भी था जब लता मंगेश्कर अपने रास्ते पर धीमे-धीमे आगे बढ़ रही थीं. फिल्म 'नौजवान' इसलिए भी स्पेशल थी, क्योंकि आरडी बर्मन की कुछ जड़ें इस फिल्म ने मजबूत की थीं. और साहिर लुधियानवी की जड़ें भी इस फिल्म ने मजबूत कीं. गाना बना 'ठंडी हवाएं, लहरा के गाएं'. इस गाने में रबिंद्रनाथ टैगोर की एक ट्यून का इस्तेमाल किया एसडी बरमन ने. अब देखिए, एक ट्यून की कहानी कहां से कहां जाती है.
युनूस खान ने कहा कि एक दिन संगीतकार रौशन, एसडी बरमन के पास गए. उन्होंने कहा कि मुझे आपकी एक ट्यून का इस्तेमाल करना है. एसडी बरमन ने इजाजत दे दी. 60 के दशक में बेटे आरडी बरमन (राहुल देव बरमन) ने एक गाना बनाया, नाम था 'रहें न रहें हम महका करेंगे'. इस गाने को 'ठंडी हवाएं' का ट्यून दिया गया. यह गाना बनाया था आरडी बर्मन साहब ने. बेटे ने पिता के इस गाने की ट्यून पर अलग-अलग 5-6 गाने बनाएं.
"आरडी बर्मन में काफी टैलेंट था. एक बार आरडी बर्मन के एक शख्स घर गया और उसने वहां देखा कि घर पर व्हिस्की की बोतलें आधी-आधी भरी हैं और आरडी बर्मन उन्हें फूंक रहे हैं. उन्होंने सोचा कि क्या आदमी है ये. पागल हो गया है. दरअसल, साउंड के साथ हमेशा आरडी बर्मन एक्स्पेरिमेंट करते रहते थे. 'महबूबा महबूबा' सॉन्ग की जब शुरुआत होती है तो उसके शुरू में एक साउंड आता है. वह आरडी बर्मन ने व्हिस्की की बोतल में हवा भरकर उसमें फूंक मारकर निकाली गई थी."
"एक बार फिल्म के एक गाने में उन्होंने अलग सी साउंड चाहिए थी. उनके तबलावादक हुआ करते थे. मारुति राव. आरडी बर्मन ने उनसे कहा कि तुम अपनी शर्ट उतारो. वह हैरान हो गए. उन्होंने पूछा कि क्यों. आरडी बर्मन के सामने उन्होंने बहुत हिचकते हुए शर्ट उतारी. आरडी बर्मन ने उनकी पीठ पर साउंड निकाल दी. एक गाने में उसे दिया. आरडी बरमन कभी थाली से , कभी चम्मच से, कभी किसी चीज से, साउंड निकालने के वह एक्स्पर्ट रहे हैं."