जया किशोरी ने धर्म, आध्यात्म और समाज पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि शास्त्रों का मिसइंटरप्रिटेशन हो रहा है और लोग अपने मन की सोच को शास्त्र मान लेते हैं. उन्होंने जोर दिया कि जिज्ञासु होना जरूरी है और शास्त्रों को समझने के लिए किसी ज्ञानी व्यक्ति का मार्गदर्शन लेना चाहिए. साध्वी जी ने युवाओं में बढ़ती धार्मिक रुचि पर खुशी जताई और कहा कि समाज 50% सही दिशा में जा रहा है. उन्होंने राजनीति पर टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन कहा कि देश बदल रहा है.