ʻसाहित्य आज तकʻ के पहले दिन के आखिरी सत्र कव्वाली में गुलाम सबीर निज़ामी और गुलाम वारिस निज़ामी- मशहूर निज़ामी ब्रदर्स ने शिरकत की. इस सत्र के दौरान निज़ामी ब्रदर्स ने अपनी कव्वाली से महफिल में समां बांध दी.