Sahitya Aajtak Kolkata: 'साहित्य आज तक कोलकाता 2023' का मंच दूसरे दिन भी सजा. इसमें 'बांग्ला साहित्य और हिंदी' सेशन में कवि और आलोचक प्रियंकर पालीवाल, श्यामल भट्टाचार्य और प्रेमशंकर त्रिपाठी ने अपनी राय रखी. सभी ने बांग्ला साहित्य और हिंदी के संबंध पर विस्तार से चर्चा की. देखें ये वीडियो.