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Sahitya Aajtak: आजतक के मंच पर शायर वसीम बरेलवी से सुनें, 'सरपरस्ती भी कहें तो बस नाम की है...'

Sahitya Aajtak: आजतक के मंच पर शायर वसीम बरेलवी से सुनें, 'सरपरस्ती भी कहें तो बस नाम की है...'

'साहित्य आज तक लखनऊ 2023' की शुक्रवार को शुरुआत हुई. शनिवार को 6 बजे शायरी की महफिल में 'शायरी का शाम...शाम ए अवध' सेशन के दौरान शायर वसीम बरेलवी के लिए दर्शकों में काफी उत्साह दिखा. इस दौरान उन्होंने 'सरपरस्ती भी कहें तो बस नाम की है...' शायरी पेश की. देखें वीडियो.

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