साहित्य आजतक 2018 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया गया है. तीसरे दिन की शुरुआत एक्टर अन्नू कपूर के सत्र 'सुहानी बात' से हुई. इस सत्र का संचालन मीनाक्षी कांडवाल ने किया. इस सत्र में, क्या फिल्मों से पहले राष्ट्रगान होना सही है, इस सवाल पर अन्नू कपूर ने कहा कि हर स्वतंत्रता बंधन में होती है, राष्ट्रगान होना कोई गलत नहीं है. अनुशासन होना जरूरी है, क्योंकि देश भ्रष्टाचारियों से भरा हुआ है.