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साहित्य आजतक: कभी 40 रुपये दिहाड़ी कमाते थे ये कहानीकार

साहित्य आजतक: कभी 40 रुपये दिहाड़ी कमाते थे ये कहानीकार

'साहित्य आजतक' के दूसरे दिन कलाकार एवं कहानीकार विनीत पंछी ने अपने जीवन की कुछ कहानियां साझा कीं. 'कहानी अपनी अपनी’ सत्र में उन्होंने बताया कि वे उत्तराखंड की एक छोटी-सी जगह से निकलकर इतने सफल कैसे बने. उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा भी था जब वो 40 रुपए दिहाड़ी पर म्युजिक बैंड के लिए काम करते थे.  To License Sahitya Aaj Tak Images & Videos visit www.indiacontent.in or contact syndicationsteam@intoday.com

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