scorecardresearch
 
Advertisement

Sahitya Aajtak: वसीम बरेलवी से सुनें, 'ये माज़ी जो मेरी तन्हाईयों के साथ रहता है...'

Sahitya Aajtak: वसीम बरेलवी से सुनें, 'ये माज़ी जो मेरी तन्हाईयों के साथ रहता है...'

Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर दिग्गजों की महफिल जम रही है. वसीम बरेलवी और नवाज देवबंदी समेत सभी मशहूर शायरों ने अपने नज्म से मंच की शोभा में चार चांद लगा दिए. वसीम बरेलवी ने मंच पर अपनी नज्म 'ये माज़ी जो मेरी तन्हाईयों के साथ रहता है' भी पढ़ा. देखें ये वीडियो

Advertisement
Advertisement