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Sahitya Aajtak: पुलिस को लेकर पब्लिक की राय नेगेटिव क्यों? 'अपराध बिकता है' सत्र में एक्सपर्ट्स के साथ जुर्म पर चर्चा

Sahitya Aajtak: पुलिस को लेकर पब्लिक की राय नेगेटिव क्यों? 'अपराध बिकता है' सत्र में एक्सपर्ट्स के साथ जुर्म पर चर्चा

साहित्य के सबसे बड़े महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' के दूसरे दिन 'अपराध बिकता है' सेशन में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और महात्मा गांधी हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर विभूति नारायण राय, लेखक व पत्रकार जयंती रंगनाथन, पालतू बोहेमियम के लेखक प्रभात रंजन और 'साइबर एनकाउंटर्स और खाकी में इंसान' के लेखक और उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार शामिल हुए. देखें एक्सपर्ट्स के साथ जुर्म पर चर्चा.

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