साहित्य आजतक के दूसरे दिन की शुरुआत लोक गायिका कल्पना पटवारी के लोक गीतों से हुई. लोक गायिका कल्पना पटवारी ने अपने गानों की शुरुआत कबीरदास की सुंदर रचना से की. कल्पना पटवारी ने कबीरदास की फेमस रचना कबीरा खड़ा बाज़ार में गाकर सुनाया. देखें