साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक' के मंच पर CBFC के चेयरपर्सन प्रसून जोशी आमंत्रित थे. प्रशून जोशी ने बताया कि उन्होंने बाल कविता के माध्यम से बच्चों की सोच बदलने की कोशिश की. कविता के जरिए हम बच्चों की सोच को बदल सकते हैं और उन्हें समाज के सामर्थ्यवान नागरिक बनाने में मदद कर सकते हैं.