दूसरे दिन भी कलाकारों और कला के क्रद्रदानों से साहित्य आजतक 2024 कार्यक्रम रोशन है. तीन दिन (22, 23 और 24 नवंबर) चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के जाने-माने शायर, लेखक, साहित्यकार, कलाकार और इतिहासकार शामिल हो रहे हैं. इस दौरान तमाम मुद्दों और विचारों पर चर्चा हो रही है. दूसरे दिन 'क्या गुम हो जाएगी हिंदी/देवनागरी?' सेशन पर भी खुलकर बातचीत हुई. पक्ष और विपक्ष, दोनों तरह के तर्क सुनने को मिले.