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Sahitya Aajtak Delhi 2024: इतिहास को खंगालने की कितनी आवश्यकता है? इतिहासकारों से खास बातचीच

Sahitya Aajtak Delhi 2024: इतिहास को खंगालने की कितनी आवश्यकता है? इतिहासकारों से खास बातचीच

राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'अतीत से वर्तमान तक - नायकों की तलाश' में विश्वास पाटिल, युगल जोशी और आभास के. मालदहियार शामिल हुए. देखें वीडियो.

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