प्रसिद्ध आध्यात्मिक जया किशोरी ने अध्यात्म और सांसारिक जीवन के बीच संतुलन बनाने पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि स्पिरिचुअल व्यक्ति को वैरागी होने की जरूरत नहीं है. जया ने बताया कि बचपन से ही बच्चों को भगवान की कथाएं सुनाकर उनमें आध्यात्मिक मूल्यों का बीजारोपण किया जा सकता है. उन्होंने युवाओं को जल्द से जल्द शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त करने की सलाह दी और कहा कि इससे जीवन में बेहतरीन बदलाव आएंगे.