साहित्य आजतक के दूसरे दिन मंच पर अंग्रेज़ी के तीन युवा लेखक अनुजा चौहान, श्रीमोई पियू कुंडु और रविंदर सिंह मौजूद थे. हिंग्लिश पर अनुजा चौहान ने कहा कि हम सभी द्विभाषी हैं. घर पर हिन्दी बोलते हैं और स्कूलों में अंग्रेजी बोलने लगते हैं. कई लोग तो तीन भाषाओं में भी बोल लेते हैं. हम अपने गुस्से को जाहिर करने के लिए अपनी नजदीकी भाषा का इस्तेमाल करते हैं.