केके बिरला फाउंडेशन का वर्ष 2014 का बिहारी पुरस्कार ओम थानवी को उनके यात्रा वृतान्त के लिए दिया जाएगा. वर्ष 2014 के चौबीसवें बिहारी पुरस्कार के लिए ओम थानवी के यात्रा वृतान्त ‘मुअनजोदड़ो’ को चुना गया है. इस पुस्तक का प्रकाशन वर्ष 2011 में हुआ था.
थानवी को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाएगा.
केके बिरला फाउंडेशन द्वारा स्थापित बिहारी पुरस्कार राजस्थान के हिन्दी या राजस्थानी भाषा के लेखकों को प्रदान किया जाता है. पिछले दस वर्षों में प्रकाशित राजस्थानी लेखकों की कृतियों में से
विजेता का चयन किया जाता है.
वर्ष 1991 में स्थापित पहला बिहारी पुरस्कार डा. जयसिंह नीरज को उनके काव्य संकलन ‘ढाणी का आदमी’ के लिए दिया गया था.
इनपुटः भाषा