वाणी फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला 'डिस्टिंग्विश्ड ट्रांसलेटर अवॉर्ड' वर्ष 2019 के लिए प्रतिष्ठित अनुवादक, लेखक, पर्यावरण संरक्षक तेजी ग्रोवर को जयपुर बुक मार्क में प्रदान किया गया.
यह पुरस्कार उन्हें नॉर्वे के राजदूत नेल्स रेग्नार कामस्वेग के हाथों मिला. पुरस्कार प्राप्त करने के बाद तेजी ग्रोवर ने कहा कि अनुवादक मूल रचना में जाकर मोती निकाल लाता है और अनुवाद की भाषा में भी उसका सौन्दर्य नहीं खोने देता. इस लिहाज़ से अनुवादित रचना उतनी ही अनुवादक की है जितनी लेखक की.
इस पुरस्कार के निर्णायक मंडल में संदीप भुटोरिया, नीता गुप्ता, नमिता गोखले, संजोय रॉय एवं वाणी प्रकाशन के महानिदेशक अरुण माहेश्वरी ने सम्मान राशि के रूप में एक लाख रूपए का चेक प्रदान किया. वाणी फाउंडेशन पिछले 4 साल से जयपुर साहित्य उत्सव में यह पुरस्कार प्रदान करता आ रहा है.
इस पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य अनुवाद के उस कार्य को सराहना है, जिसे प्रायः अपनी महत्ता जितना श्रेय नहीं मिलता.