राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को 2014 का सरस्वती सम्मान कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली को प्रदान किया. मोइली को कन्नड़ भाषा में रचित उनकी कृति 'श्री रामायण महान्वेषणम्' के लिए 24वें सरस्वती सम्मान से सम्मानित किया गया.
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा, 'उनके संदेशों में मैंने अपनी धारणाएं देखीं कि हमारा लोकतंत्र तभी फल-फूल सकता है जब संसद कार्यशील हो, जब जन प्रतिनिधियों के पास स्पष्ट विजन हो, उनके प्रयासों को सरकार का समर्थन और प्रोत्साहन प्राप्त हो और न्यायपालिका स्वतंत्र हो.'
राष्ट्रपति ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके मौजूदा सांसद मोइली को अपनी उर्वर लेखनी से साहित्य को दिए योगदान और सफल राजनीतिक करियर के लिए बधाई दी.
मुखर्जी ने कहा, 'वाल्मीकि की मौलिक कृति से प्रेरित अपनी 43,000 पंक्तियों वाली शानदार रचना के जरिए मोइली ने मौजूदा परिस्थितियों के प्रति अपनी गहरी समझ हमसे साझा की है.'
(इनपुट: IANS)