एक ही जगह बाजार में आई नई किताबों की जानकारी मिल जाए, तो किताबें पढ़ने के शौकीनों के लिए इससे लाजवाब बात क्या हो सकती है? अगर आपको भी है किताबें पढ़ने का शौक, और उनके बारे में है जानने की चाहत, तो आपके लिए सबसे अच्छी जगह है साहित्य तक का 'बुक कैफे', जहां आपको हर बार नई पुस्तकों की जानकारी मिलेगी. इसी सोच के साथ साहित्य आजतक के साहित्य को समर्पित डिजिटल चैनल साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के तहत पुस्तकों की चर्चा की एक कड़ी इसी साल जनवरी में शुरू हुई थी. प्रयास था कि कोरोना महामारी के चलते अवरुद्ध हो गई पुस्तक संस्कृति के विकास को इससे बल मिलेगा.
हमारा लक्ष्य इन शब्दों में साफ दिख रहा था- "आखर जो छपकर हो जाते हैं अमर... जो पहुंचते हैं आपके पास किताबों की शक्ल में...जिन्हें पढ़ आप हमेशा कुछ न कुछ पाते हैं, गुजरते हैं नए कथा लोक में. पढ़ते हैं, कविता, नज़्म, ग़ज़ल, निबंध, राजनीति, इतिहास या फिर उपन्यास...जिनसे पाते हैं जानकारी दुनिया-जहान की और करते हैं छपे आखरों के साथ ही एक यात्रा अपने अंदर की. साहित्य तक के द्वारा 'बुक कैफे' में हम आपकी इसी रुचि में सहायता करने की एक कोशिश कर रहे हैं."
आरंभ में मैं किताबों पर अपनी साप्ताहिक राय रखता था, पर बाद में पुस्तक प्रेमियों के अनुरोध पर इसे 'एक दिन एक किताब' के नाम से दैनिक कर दिया गया. अब जब साल 2021 बीत रहा, तब उन्हीं किताबों में से टॉप 10 पुस्तकें मैंने चुनी हैं. साहित्य तक किसी भी रूप में इन्हें कोई रैंकिंग करार नहीं दे रहा. संभव है कुछ बेहतरीन पुस्तकें हम तक पहुंची ही न हों, या कुछ पुस्तकों की चर्चा रह गई हो. बहरहाल साहित्य तक ने अनुवाद, कथेतर, कथा, उपन्यास और कविता के क्षेत्र से साल 2021 की टॉप 10 पुस्तकों का चयन किया.
अनूदित पुस्तकों की सूची में इन टॉप 10 पुस्तकों ने जगह बनाई.
* 'कौन हैं भारत माता', पुरुषोत्तम अग्रवाल की अंग्रेजी पुस्तक Who Is Bharat Mata? On History, Culture and the Idea of India: Writings by and on Jawaharlal Nehru का हिंदी अनुवाद. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद पूजा श्रीवास्तव ने किया है. यह पुस्तक इसलिए चुनी गई कि यह महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू की बौद्धिक विरासत को प्रासंगिक ढंग से प्रस्तुत करती है. प्रकाशक हैं राजकमल प्रकाशन.
* 'गांधीः दक्षिण अफ्रीका से भारत आगमन और गोलमेज़ सम्मेलन तक 1914-31' रामचंद्र गुहा की अंग्रेजी में लिखी चर्चित पुस्तक 'Gandhi: The Years That Changed the World 1914-1948' का पहला खंड है. अंग्रेजी से इसका अनुवाद सुशांत झा ने किया है. यह पुस्तक गांधी के संघर्ष, प्रेम और सत्याग्रह से उनके महात्मा बनने की यात्रा को बताती है. प्रकाशक हैं पेंग्विन रैंडम हाउस का सहयोगी उपक्रम हिन्द पॉकेट बुक्स.
* सावरकर- एक भूले-बिसरे अतीत की गूंज -1883-1924, विक्रम संपत की अंग्रेजी में लिखी पुस्तक 'Savarkar: Echoes from a Forgotten Past, 1883–1924' का हिंदी अनुवाद संदीप जोशी ने किया है. यह पुस्तक भारतीय राजनीति की सबसे विवादास्पद शख्सियत पर एक शोधपरक आख्यान रखती है. प्रकाशक हैं पेंग्विन रैंडम हाउस के सहयोगी हिन्द पॉकेट बुक्स.
* 'क़ब्ज़े ज़मां', शम्सुर्रहमान फारूक़ी का उर्दू में लिखा उपन्यास. हिंदी अनुवाद रिज़वानुल हक़ ने किया है. उर्दू की क़िस्सागोई की बेहतरीन मिसाल, जिसमें इक्कीसवीं, सोलहवीं और अठारहवीं सदियों के अलग-अलग सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मिज़ाज को उनके अपने वक़्तों की बोली-बानी में रचा गया है. प्रकाशक हैं राजकमल प्रकाशन.
* 'जया गंगा' विजय सिंह का औपन्यासिक यात्रा-वृत्तांत JAYA GANGA का हिंदी अनुवाद. यह लेखक की आन्तरिक और बाहरी दुनिया के विलय का अभूतपूर्व चित्र खिंचता है. इसी नाम से एक फिल्म. हिमालय में गंगा के उत्स से शुरू की गई यात्रा और अद्भुत प्रेम की स्मृति-कथा. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद कवि मंगलेश डबराल ने किया है. प्रकाशक हैं राजकमल पेपरबैक्स.
* 'उर्मिलाः सीता की बहन की गाथा' कविता काणे की अंग्रेजी में लिखी पुस्तक Sita's Sister का हिंदी अनुवाद. यह सीता की बहन की वह अनसुनी गाथा, जो लक्ष्मण से उनके प्रेम के साथ उनके त्याग और साहस को भी बताती है. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद अजय तिवारी ने किया है. प्रकाशक हैं मंजुल पब्लिशिंग हाउस.
* 'द 40 रुल्स ऑफ़ लव' एलिफ़ शफ़ाक की अंग्रेजी में लिखी The Forty Rules of Love का हिंदी अनुवाद. यह उपन्यास तेरहवीं शताब्दी के सूफ़ी कवि रूमी और शम्स तबरेज़ के बहाने जीवन और प्रेम के चालीस नियम बताता है. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद आशुतोष गर्ग ने किया है. प्रकाशक हैं मंजुल पब्लिशिंग हाउस.
* 'द प्रेग्नेंट किंग' The Pregnant King: A Novel अंग्रेजी में देवदत्त पट्टनायक का लिखा उपन्यास दुनिया के सबसे बड़े महाकाव्य महाभारत के निःसंतान राजा युवनाश्व की कहानी, जो गलती से अपनी रानियों के गर्भधारण की जादुई औषधि पीकर एक बेटे को जन्म दे देता है. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद रचना भोला यामिनी. प्रकाशक हैं पेंग्विन रैंडम हाउस के सहयोगी हिंद पॉकेट बुक्स.
* 'धर्म: सार्थक जीवन के लिए महाकाव्यों की मीमांसा' अमीश और भावना रॉय की अंग्रेजी Dharma: Decoding the Epics for A Meaningful Life का हिंदी अनुवाद है. यह पुस्तक धर्म के विशाल और जटिल संसार को नचिकेत, धर्मराज, लोपमुद्रा, गार्गी नामक आधुनिक पात्रों के आपसी संवाद के जरिए बताने की कोशिश करती है. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद शुचिता मीतल ने किया है. प्रकाशक हैं एका वेस्टलैंड.
* 'ईंट भट्ठी का शिल्पी' गायत्री सराफ के साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत ओड़िआ कहानी-संग्रह 'इटाभाटिर शिल्पी' का हिंदी अनुवाद है. पश्चिम ओड़िशा के गंवई समाज और वंचित तबके का मार्मिक आख्यान होते हुए भी पात्रों का साहस एक प्रेरणा देता है. ओड़िआ से हिंदी अनुवाद सुजाता शिवेन ने किया है. प्रकाशक हैं केंद्रीय साहित्य अकादेमी दिल्ली.