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7 समंदर पार 'इश्क कोई न्यूज नहीं’ किताब का प्रोमो लॉन्च

इश्क की डुगडुगाती नैया में सवार लोगों के लिए जल्द सामने होगी किताब 'इश्क कोई न्यूज नहीं'.

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लंदन में हुआ बुक प्रोमो लॉन्च
लंदन में हुआ बुक प्रोमो लॉन्च

अगर आप भी इश्क की डुगडुगाती नैया में सवार हैं और इश्क पर लिखा पढ़ना पसंद करते हैं, तो जल्द ही आपके लिए इश्क के कुछ मीठे छोटे किस्सों यानी 'लघु प्रेम कथा' से लबरेज किताब 'इश्क कोई न्यूज नहीं' विकल्प के तौर पर सामने होगी. लप्रेककार विनीत कुमार की किताब 'इश्क कोई न्यूज नहीं' का हाल ही में लंदन में बुक प्रोमो लॉन्च हुआ.

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किताब 'इश्क कोई न्यूज नहीं' जल्द ही बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. हिंदी की इस साल बेस्ट सेलर रही किताब 'इश्क में शहर होना' की ये दूसरी कड़ी है. लंदन यूनिवर्सिटी के एसओएएस में 'हिंग्लिश’ कार्यशाला के समापन के बाद इस किताब का बुक प्रोमो लॉन्च किया गया. इस किताब में किस्सों को बयां करते चित्र भी होंगे. इन चित्रों का रेखांकन विक्रम नायक ने किया है. ये किताब राजकमल प्रकाशन ने छापी है.

इस मौके पर लंदन विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रैचेल डायर, पारोमिता वोहरा, मशहूर कॉलमिस्ट संतोष देसाई, फ्रेंचेस्का ओरसिनी और 'इश्क कोई न्यूज नहीं' के लप्रेककार विनीत कुमार मौजूद रहे.

'इश्क कोई न्यूज नहीं' के बारे में
'यह सच है कि जो न्यूज चैनल और मीडिया दुनिया-भर की खबरों को अपनी जरूरत और मिजाज के हिसाब से पेश करता है, उसके माध्यम से ऐसी कई कहानियां, इमोशनल मोमेंट्स न्यूजरूम की चौखट नहीं लांघ पाते जो खुद मीडिया कर्मियों के बीच के होते हैं. इश्क और इमोशन के नाम पर मीडिया भले ही लव, सेक्स, धोखा से लेकर ऑनर किलिंग तक के मामले को लगातार प्रसारित करता रहे, लेकिन क्या सचमुच वह इश्क के इलाके में घुसने और रचनात्मक हस्तक्षेप का माद्दा रखता है.' कुछ ऐसे ही सवालों और उधेड़बुनों को पन्नों पर उकेरती है किताब 'इश्क कोई न्यूज नहीं'.

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लप्रेक सीरीज की तीसरी किताब 'इश्क़ में माटी सोना’
लप्रेक सीरीज की तीसरी किताब के नाम की घोषणा 'सार्थक’ ( राजकमल प्रकाशन का उपक्रम ) ने कर दी है. इस किताब का नाम होगा 'इश्क में माटी सोना’. ‘इश्क में माटी सोना’ के लप्रेककार गिरीन्द्रनाथ झा दिल्ली की पत्रकारिता छोड़कर अपने गांव में किसानी जीवन जी रहे हैं.

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