साहित्य के सबसे बड़े महाकुंभ साहित्य आजतक 2019 के जिंदगी जिंदाबाद विषय पर आयोजित गोष्ठी में शामिल युवा लेखकों ने माना कि मुश्किलों से युवाओं को नहीं डरना चाहिए. शुरुआती संघर्षों का सामना करने वाले युवाओं को हताश नहीं होना चाहिए बल्कि इसे हथियार बनाकर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. खासकर हिंदी मीडियम के छात्रों को अपनी इस भाषा से निराश नहीं होना चाहिए बल्कि इसे हथियार बनाकर लड़ना चाहिए.