मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सोमवार दोपहर करीब 4 बजे सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई. देर शाम तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. तीसरी मंजिल से शुरू हुई आग की लपटें फैलते हुए छठी मंजिल तक पहुंच गईं और देखते ही देखते पूरा भवन धूं धूं करके जलने लगा. बताया गया कि इमारत में तीसरी मंजिल पर पहले शॉर्ट सर्किट हुआ और इससे एसी ब्लास्ट हो गया. इसके बाद आग बढ़ती चली गई.
आग इतनी भीषण थी कि उस पर 14 घंटे बाद काबू पाया जा सका. दमकल कर्मी, फायर फाइटर्स तो आग बुझाने के लिए जुटे रहे, लेकिन विकराल होती आग पर काबू पाने के लिए पहले सेना को बुलाना पड़ा और फिर देर शाम सीएम शिवराज सिंह चौहान के कहने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को भी इस मामले में सहायता करने के निर्देश दिए.
सतपुड़ा भवन में लगी इस आग में कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन सरकारी लिहाज से अग्निकांड से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. इस भवन में जहां आग लगी, वहां मध्य प्रदेश के आदिम जाति कल्याण विभाग, परिवहन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर हैं. अनुमान है कि आग लगने से इनमें रखे दस्तावेज और ऑफिस फर्नीचर जलकर खाक हो गए.
आग के फैलाव से संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं की स्थापना शाखा, नर्सिंग शाखा, शिकायत शाखा, लेखा शाखा, आयोग शाखा एवं विधानसभा प्रश्न आदि को नुकसान पहुंचा है. अस्पताल प्रशासन शाखा जो कि सतपुड़ा भवन के दूसरे मंजिल पर स्थित है, वह इस अग्निकांड से प्रभावित नहीं हुआ. दवाओं, अस्पताल के लिए उपकरण, फर्नीचर खरीदी संबंधी फाइल दूसरे तल पर होने से यह आग से प्रभावित नहीं हुए.
सतपुड़ा भवन में लगी आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कमेटी घोषित की है. इस कमेटी में एसीएस होम राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर रहेंगे. कमेटी के सदस्य जांच के प्रारंभिक कारणों का पता लगाकर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा कर सतपुड़ा भवन में आग की घटना की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की. जिसके बाद देर रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर को भोपाल रवाना होने का निर्देश दिया गया.
कांग्रेस ने इस अग्निकांड को लेकर मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश में जलने लगी सरकारी फाइलें. चुनाव से पहले लगी यह आग बताती है कि BJP सरकार को अपने जाने की भनक लग गई है. भ्रष्टाचार की फाइलें जलने लगी हैं. इस आग को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण सुभाष यादव ने साजिश करार दिया है.