मध्य प्रदेश में बीते 48 घंटों में डूबने से 12 लोगों की मौत हो गई. मंदसौर, विदिशा, सीहोर, खंडवा और जबलपुर जिलों में अलग-अलग घटनाओं में डूबने वाले 12 लोगों में विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) का एक जवान और एक डॉक्टर भी शामिल हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि विदिशा जिले में बेतवा नदी में पांच लोग डूब गए, जबकि सीहोर में दिगंबर झरने पर पिकनिक के दौरान एक डॉक्टर डूब गये. 'खंडवा जिले में नदी में दो लड़कियां डूब गईं.
सोमवार सुबह, एक महिला और उसकी बेटी डूब गईं, जबकि महिला का पति मंदसौर में एक पुलिया से नदी में गिरने के बाद लापता हो गया. रविवार को जबलपुर जिले में दो लड़के डूब गए. उन्होंने कहा कि मंदसौर की घटना को छोड़कर बाकी सभी घटनाएं रविवार को हुईं और कुछ शव आज सुबह निकाले गए.
भोपाल के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर अश्विन कृष्णन अय्यर (28) रविवार को दिगंबर झरने में नहाते समय डूब गए. एसडीईआरएफ ने आज सुबह 17 घंटे के खोजी अभियान के बाद डॉक्टर के शव को बाहर निकाला.
पुलिस अधिकारी शशांक गुर्जर ने कहा, 'अय्यर अपने एक दोस्त के साथ पिकनिक मनाने झरने पर आए थे. वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जलाशय में नहाने से रोक दिया था लेकिन दोनों दूसरे रास्ते से घुस गए जिसके बाद डॉक्टर की डूबने से मौत हो गई.
वहीं विदिशा में बेतवा नदी के बंगला, रंगई और बर्री घाट पर पांच लोग डूब गए और आज सुबह तीनों शवों को निकाला गया. एसएएफ की 23वीं बटालियन के कांस्टेबल हरेंद्र चौहान (30) और संदीप (26) रविवार शाम डूब गए थे. उनके शव सुबह निकाले गए. एसडीआरएफ कमांडेंट रश्मी दुबे ने कहा कि हमने अंकित अहिरवार (18) और कृष्णा अहिरवार के शव को भी बरामद कर लिया है.
एक अन्य घटना में, राघवेंद्र चौहान नाम का युवक रविवार को बैरी घाट पुल पर अपनी बहन के साथ मोटरसाइकिल पर यात्रा करते समय फिसल कर नदी में गिर गया. ग्रामीण चौहान की बहन को बचाने में कामयाब रहे लेकिन वो बह गया. उसका शव आज बरामद किया गया है.