मध्य प्रदेश के इंदौर में कड़ाके की ठंड के बीच स्कूल में दिल का दौरा पड़ने से 16 साल की एक लड़की की मौत हो गई. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. मृतक लड़की के चाचा राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि 11वीं कक्षा की छात्रा वृंदा त्रिपाठी बुधवार को ऊषा नगर इलाके में अपने स्कूल में बेहोश हो गई. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि स्कूल जाने से पहले वह बिल्कुल ठीक थी. अगले दिन गणतंत्र दिवस कार्यक्रम की रिहर्सल करने के लिए वृंदा स्कूल गई थी. इसी दौरान वह बेहोश हो गई. उसे तुरंत एक अस्पताल में ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) और अन्य साधनों से वृंदा की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
ठुड्डी में चोट लगी थी, कार्डिक अरेस्ट से हुई मौत- अधिकारी
डॉक्टरों के मुताबिक, अस्पताल लाने से पहले ही बच्ची की मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने कहा है कि उसकी मौत संभवत: ठंड से हुई है. एक अधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल में लड़की का पोस्टमार्टम किया गया. इसमें पता चला कि उसकी ठुड्डी पर चोट लगी थी. संभवतः गिरने के कारण उसे यह चोट लगी होगी और कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत हुई थी. उन्होंने कहा कि लड़की ने मौत के समय एक पतला ट्रैक सूट पहना था.
परिवार ने दान दी छात्रा की आंखें
छात्रा की मौत के बाद परिवार गहरे सदमे में है. इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन से जुड़े मुस्कान ग्रुप के स्वयंसेवक जीतू बागानी ने बताया कि छात्रा की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने उसकी आंखें दान कर दी हैं.
ठंड के दौरान बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा- डॉ. अनिल भरणी
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल भरणी ने बताया कि कड़ाके की ठंड के दौरान मानव शरीर में विभिन्न हार्मोनों का स्तर बढ़ जाता है. ऐसे में रक्त के थक्के बनने से अचानक कार्डियक अरेस्ट की आशंका अपेक्षाकृत अधिक होती है. खासतौर पर सुबह 4 बजे से 10 बजे तक. उन्होंने लोगों को अत्यधिक ठंडे मौसम से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेने और व्यायाम करने की सलाह दी है.