मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां आवाज चेंज करने वाले मैजिक वॉइस ऐप के जरिए शासकीय कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को स्कॉलरशिप का झांसा देकर उनके साथ रेप की घटना को अंजाम देते थे. मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति और उसके सहयोगी राहुल प्रजापति, संदीप प्रजापति, लवकुश प्रजापति सहित चार लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है.
सीधी की घटना के मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति का घर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया गया है. जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि शेष आरोपियों के भी मकान पर भी बुलडोजर चलेगा. मामले का मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति पेशे से मजदूर है.
कॉलेज में पढ़ चुका छात्र देता था लड़कियों ने नंबर
यूट्यूब से आवाज बदलने वाले मैजिक ऐप की मदद से बृजेश प्रजापति छात्राओं को निशाना बनाता था. पुलिस ने बताया कि सीधी जिले जमोड़ी थाना के अमरवाह गांव रहने वाला बृजेश प्रजापति मुख्य आरोपी है. वह अपनी ससुराल मड़वास में रहकर इस तरह की घटना को अंजाम देता था.
इस वारदात में शामिल एक आरोपी छात्र कुछ समय पहले कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था. वह शासकीय कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से नंबर निकाल कर आरोपी को दे रहा था. इस मैजिक ऐप के जरिए सीधी संजय गांधी कॉलेज में पदस्थ रंजना मैडम बनकर महिला की आवाज में पीड़ित छात्राओं से बात करते थे.
जब छात्राओं को भरोसा हो जाता था, तब आवाज बदलकर आरोपी कहते थे कि अपने बेटे को निगरी समीप भेज रही हूं, छात्रवृत्ति के लिए जरूरी दस्तावेज लेकर आ जाना. इसके बाद जब पीड़ित छात्राएं बताई गई जगहों पर पहुंचती थीं, तो उन्हें बाइक में बैठाकर सुनसान जगह ले जाया जाता था. इसके बाद वहां उनके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया जाता था.
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एक फोन पर शिकायत और खुला केस
रीवा रेंज के एडीजी महेंद्र सिंह सिकरवार मुताबिक, सीधी जिले मझौली थाना में एक महिला का फोन आया था. इस दौरान मिली शिकायत की जांच की गई. फिर भारी मशक्कत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि वो अब तक 7 छात्राओं को अपना शिकार बना चुका है.
एडीजी रीवा रेंज ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए 9 सदस्यी एसआईटी का गठन किया गया है. डीएसपी रोशनी सिंह ठाकुर नेतृत्व में यह कमेटी 7 दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
घटना को लेकर सीएम गंभीर, कांग्रेस हमलावर
सीधी की घटना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गंभीर हैं. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सीधी में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के साथ हुई घटना की जांच एसआईटी करेंगी. पाक्सो एक्ट के तहत होगी कार्यवाही. आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करेगी सरकार.
इसमें एक-एक करके छात्राओं ने अलग-अलग पुलिस थानों में 4 छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई है. मामला सामने आने के बाद कांग्रेस भी हमलावर हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया ने शेयर करते हुए प्रदेश मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव निशाना बनाते हुए पुलिस पर सवाल उठाए हैं.
साइबर पुलिस ने दी चेतावनी
-किसी भी अनजान नंबर से आए कॉल पर विश्वास न करें, चाहे वह किसी शासकीय संस्था के नाम या शासकीय योजना का फायदा दिलवाने के नाम पर किए गए हों.
-यदि कोई व्यक्ति आपको या आपके परिजनों को अनजान जगह मिलने बुलाता है तो या तो जाने से परहेज करें या अपने साथ किसी समझदार व्यक्ति को लेकर जाएं.
-ऐसे व्यक्ति जिन पर आपको शक होता है कि वह आपको नुकसान पहुंचा सकता है, उनके बारे में अपने परिजनों और मित्रों को बताकर रखें.
-वॉइस चेंजर एप्लीकेशन से तैयार की गई आवाज कई बार सुरीली और कम्प्यूटराइज्ड होती है. ऐसे किसी कॉल के आने पर ध्यान दें, कहीं वह आवाज बनावटी तो नहीं है.
-यदि कोई आपका परिचित बनकर कॉल करता है तो कॉल को काट कर जिस परिचित के नाम से कॉल की गई है, उनके नंबर पर कॉल करके सुनिश्चित कर लें कि क्या उसी व्यक्ति के द्वारा आपको कॉल किया गया था या नहीं.