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8 साल का वो आशीष, जो अपने दिव्यांग पिता को बचाने में हुआ था जख्मी, उसने भी AIIMS में तोड़ा दम; Harda ब्लास्ट में अब तक 13 मौतें

Harda Blast News: ब्लास्ट के बाद छोटा बेटा आशीष अपने दिव्यांग पिता को बचाने की कोशिश कर रहा था. आशीष व्हीलचेयर धकेलकर उन्हें दुकान से घर ला रहा था, उसी समय ब्लास्ट से पत्थर उछल कर गिरा और दोनों पिता-पुत्र घायल हो गए थे.

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8 साल के आशीष की मौत, दिव्यांग पिता हैं भर्ती.
8 साल के आशीष की मौत, दिव्यांग पिता हैं भर्ती.

मध्यप्रदेश के हरदा जिले में हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में 8 साल के बालक आशीष उर्फ पीयूष की भोपाल के एम्स में उपचार के दौरान मौत होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है. आशीष के पिता भी घायल हैं और उनका उपचार नर्मदापुरम के अस्पताल में चल रहा है.

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मध्यप्रदेश के हरदा जिले में 6 फरवरी मंगलवार को हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. हादसे में घायल 8 साल के आशीष उर्फ़ पीयूष पिता संजय राजपूत की इलाज के दौरान भोपाल के एम्स अस्पताल में शुक्रवार को मौत हो गई. बालक आशीष अपने घर के पास खेल रहा था, तभी हादसा हुआ. 

फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद उड़ते पत्थरों से बचकर भागते लोग.

पड़ोसी प्रभुदयाल राजपूत ने बताया कि ब्लास्ट के बाद उछले पत्थर से आयुष गंभीर रूप से घायल हो गया था. भोपाल के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. मालूम हो कि बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्ट्री में बीते मंगलवार सुबह करीब 11 बजे हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो गई.

हरदा की एडिशनल एसपी राजेश्वरी महोबिया ने बताया कि मृतकों की संख्या 13 हो गई है. जिसमें 2 अज्ञात हैं. उनकी शिनाख्ती डीएनए के माध्यम से की जा रही है. 

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पटाखा फैक्ट्री में 6 फरवरी को तीन भयानक ब्लास्ट हुए थे.

बता दें कि हरदा के मगरधा रोड पर बैरागढ़ क्षेत्र में एक पटाखा फैक्ट्री में 6 फरवरी तीन भयानक ब्लास्ट हुए थे. जिसकी गूंज जिले से बाहर तक सुनाई दी थी. आग की लपट और धुएं का गुबार दूर-दूर तक देखा गया था. घटना में 12 लोगों की मौत हुई और 217 लोग घायल हुए थे.

शुक्रवार को भोपाल के एम्स अस्पताल में इलाज दौरान घटना में घायल 8 वर्षीय बालक आशीष उर्फ पीयूष की मौत हो गई. जिसके बाद अब मौत का आंकड़ा बढ़कर 13 हो गया. मृतक बालक के पिता संजय राजपूत दिव्यांग हैं और सड़क किनारे पान की गुमठी चलाते हैं. जबकि संजय की पत्नी पटाखा फैक्ट्री में ही काम करती थी.

ब्लास्ट के बाद सड़क पर बिखरे वाहन.

पड़ोसियों के अनुसार, ब्लास्ट के बाद छोटा बेटा आशीष अपने दिव्यांग पिता को बचाने की कोशिश कर रहा था. आशीष व्हीलचेयर धकेलकर उन्हें दुकान से घर ला रहा था, उसी समय ब्लास्ट से पत्थर उछल कर गिरा और दोनों पिता-पुत्र घायल हो गए थे.

8 साल का आशीष और दिव्यांग पिता संजय राजपूत. (फाइल फोटो)

आशीष को सिर में गंभीर चोट आने के चलते उपचार के लिए नर्मदापुरम रेफर किया गया था. हालत गंभीर होने पर भोपाल रेफर कर दिया गया था. जहां उपचार के दौरान एम्स में आशीष की मौत हो गई. 

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