मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से एक बहादुरी और साहस की कहानी सामने आई है. यहां भालुओं से घिरे एक वन सुरक्षा श्रमिक ने अपनी सुझबूझ से खुद को तो बचाया ही, साथ ही दूसरे मजदूरों की भी जान बचा ली. इस पर पीटीआर प्रबंधन ने श्रमिक को शाबाशी दी.
दरअसल, बीते दिनों से पेंच टाईगर रिज़र्व के अरी बफर जोन की एक बीट मे लैंटाना खरपतवार को नष्ट करने का काम चल रहा था. इसमें 7 मजदूर लगाए गए थे. सुरक्षा श्रमिक जयकिशन कटरे भी कार्य के दौरान देखरेख कर रहे थे. तभी शाम के करीब 5.10 बजे 2 भालुओं ने जयकिशन कटरे पर अचानक हमला कर दिया.
लेकिन कटरे ने इस दौरान साहस और सूझबूझ का परिचय दिया और हाथ में रखी लाठी की सहायता से आगे बढ़ते आ रहे भालुओं का डराते रहे और उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया. उन्होंने भालुओं को बिना चोट पहुंचाए, भगाने में सफलता प्राप्त की.
वन सुरक्षा श्रमिक ने अपनी बुद्धिमत्ता से न केवल खुद को सुरक्षित रखा, बल्कि काम कर रहे मजदूरों को भी सुरक्षित किया और भालू को भी कोई शारीरिक हानि नहीं पहुंचने दी.
भालुओं के भाग जाने के बाद इस दौरान हुई गहमागहमी कटरे मुर्छित होकर गिर गए. एहितहातन तौर पर रिजर्व अधिकारी और स्टाफ उन्हें अरी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें स्वस्थ्य बताया. पेंच टाईगर रिजर्व प्रबंधन ने जयकिशन कटरे के इस साहस और बुद्धिमतापूर्ण कार्य की तारीफ करते हुए शाबाशी दी है.