MP News: शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र की बस्ती मनियर में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. यहां 19 साल के लड़के को अफेसर का संदेह को मिटाने के लिए प्राण तक देने पड़ गए. भाई-बहन के संबंधों को स्थापित करने के ऐसे उदाहरण अब दुर्लभ हैं.
दरअसल, हुआ यूं कि उन्नीस साल का अवधेश परिहार अपने पड़ोस में रहने वाली एक युवती से मोबाइल पर बात करता था. लड़की के माता-पिता को भी चाचा-चाची कहकर संबोधित करता था. लेकिन उन्होंने इस वार्तालाप को संदेह से देखा परखा. लिहाजा युवक ने आत्महत्या पूर्व एक पत्र लिखकर युवती से अपने संबंधों की पवित्रता की दुहाई दी और जान दे दी.
सुसाइड नोट में अवधेश ने लिखा, ''वह मेरी लाड़ली बहन है और मैंने उसे कभी गलत नजर से नहीं देखा. लेकिन चाची (लड़की की मां) ने इसे गलत समझा, जिससे मैं टूट गया हूं.'' अब पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
मिली जानकारी के मुताबिक, अवधेश मनीयर बस्ती में बीज गोदाम के पीछे रहता है. उसने गले में फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली. उसके परिजन जब सुबह उठे तो बेटे को कमरे में फांसी के फंदे पर लटका पाया.
अवधेश के पिता का कहना है कि वह भोजन करके अपने कमरे में सोने चला गया था. रात कब यह कदम उठा लिया मालूम नहीं चल पाया. उसने मौत को गले लगाने से पहले दो पत्र लिखे. एक पत्र चाची को संबोधित है, जिसमें अवधेश ने भरोसा जताने की कोशिश की है कि मैं कहीं गलत नहीं हूं. मैंने हमेशा आपकी बेटी को बहन माना है. वह भी भगवान से बढ़कर. दूसरा पत्र चाचा को लिखा है. जिसमें बहन की शादी उसकी इच्छा के मुताबिक करने का आग्रह है.