अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए धार जिले का एक दिव्यांग युवक साइकिल से ही निकल पड़ा है. गुरुवार को युवक शाजापुर तक पहुंचा. उसने बताया कि धार से अयोध्या तक 1000 किलोमीटर की दूरी वह साइकिल से ही तय करेगा. युवक प्रतिदिन 50 से 60 किलोमीटर की साइकिल से यात्रा कर रहा है.
दरअसल, धार जिले के गणेश सिंह दिव्यांग हैं और दोनों पैरों से चल सकते नहीं हैं. उन्होंने अयोध्या में आयोजित होने वाली रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए 2 जनवरी से साइकिल यात्रा प्रारंभ की है. तीन दिन में 160 किलोमीटर साइकिल चलकर शुक्रवार को वह शाजापुर पहुंचे.
रामभक्त गणेश ने बताया कि प्रतिदिन 30 से 35 किलोमीटर साइकिल से दूरी तय करेंगे. एक माह में अयोध्या पहुंचने का उनका लक्ष्य है. भगवान राम की कृपा से यात्रा पर निकल पड़े हैं. देखें Video:-
बता दें कि आगामी साल 22 जनवरी को अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय की गई है.
बता दें कि 7 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से शुरू होगा. 16 जनवरी को विष्णु पूजा एवं गौदान होगा. इसके बाद 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति को नगर भ्रमण के लिए ले जाया जाएगा और राम मंदिर ले जाया जाएगा. 18 जनवरी भगवान गणेश का पूजन होगा. साथ ही वरुण देव पूजा और वास्तु पूजा भी होगी.
19 जनवरी को हवन अग्नि प्रज्वलित की जाएगी और हवन किया जाएगा. 20 जनवरी को वास्तु पूजा होगी. 21 जनवरी को राम लला की मूर्ति को पवित्र नदियों के पवित्र जल से स्नान कराया जाएगा. जबकि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा.
प्रभु रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी समेत गर्भगृह में कुल लगभग 10-11 लोग मौजूद रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी रामलला का षोडशोपचार पूजन करेंगे, जो लगभग 20 मिनट का होगा. षोडशोपचार पूजन और महापूजन को मिलाकर गर्भगृह में कुल पूजा का वक्त लगभग 40 मिनट का होगा.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा. काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ये मुहूर्त चुना है. ये शुभ मुहूर्त का यह क्षण 84 सेकंड का मात्र होगा जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा.