MP Harda Factory Fire Updates: हरदा में ब्लास्ट के बाद पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल के घर को बुलडोजर से गिराए जाने की मांग उठने लगी है. शहर की मेन मार्केट में फैक्ट्री मालिक का तीन मंजिला मकान है. मकान पर भी पटाखे का विज्ञापन छपा है.घटना के बाद से राजेश अग्रवाल का पूरा परिवार फरार है.
पड़ोसियों का आरोप है कि राजेश अग्रवाल ने घर पर भी गोडाउन बनाकर पटाखे स्टॉक कर रखे हैं जिससे सभी में खौफ हैं. लेकिन प्रशासन तक पहुंच की वजह से राजेश का कोई कुछ बिगड़ नहीं पाता. पड़ोसियों ने मांग की है कि राजेश अग्रवाल को बुलडोजर से गिराया जाए.
बताया जा रहा है कि हरदा के बैरागढ़ इलाके स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुई घटना के बाद अग्रवाल परिवार के लोग घर में ताला डालकर कहीं चले गए.
उधर, प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि तफ्तीश के लिए अब तक आरोपी के घर को सील नहीं किया गया है. परिवारवाले जो ताला लगाकर गए हैं, उसी से घर लॉक है. पड़ोसियों का कहना है कि घर के अंदर भी पटाखे हैं. लेकिन कल से लेकर अब तक प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा आरोपी के घर तक नहीं पहुंचा.
11 लोगों की मौत, 174 घायल
पता हो कि मध्यप्रदेश के हरदा शहर में मंगलवार को एक पटाखा कारखाने में विस्फोट के बाद आग लग गई. हादसे में 11 लोगों की मौत हो गयी जबकि 174 अन्य लोग घायल हुए हैं. यह घटना प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर हरदा शहर के बाहरी इलाके मगरधा रोड पर बैरागढ़ में हुई. राज्य सरकार को लोगों की निकासी के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी.
कमिश्नर ने कहा- बचाव अभियान जारी
नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर पवन शर्मा ने कहा, अब तक, 174 लोगों को घटनास्थल से बचाया गया है, इनमें से 34 को भोपाल और होशंगाबाद रेफर किया गया, जबकि 140 का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिन लोगों को रेफर किया गया था, उनमें से एक की मौत की सूचना मिली है और जिला अस्पताल से 10 लोगों की मौत की सूचना है. आग बुझा दी गई है और घटनास्थल से मलबा हटाया जा रहा है. मामले की जांच जारी है, लेकिन फिलहाल बचाव अभियान हमारी प्राथमिकता है.
CM कर रहे मॉनिटरिंग
उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव घायल व्यक्तियों से मिलने के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल गए. CM ने कहा कि बारह घायलों को यहां लाया गया था उनमें से एक अब नहीं रहा. मैंने घायल व्यक्तियों से मुलाकात की है और सरकार उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर रही है. इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई है और बचाव अभियान अभी भी जारी है.
हिरासत में एक व्यक्ति
नर्मदापुरम संभाग के पुलिस महानिरीक्षक (IG) इरशाद वली ने कहा, हमने सभी लोगों को घटनास्थल से हटा लिया है. फोरेंसिक टीम जांच के लिए यहां है, जेसीबी मलबा हटाने का काम कर रही है और बचाव अभियान जारी है. हमने अतिरिक्त मशीन भी बुलाई हैं. एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और केस दर्ज किया गया है.
सरकार ने बनाई जांच कमेटी
मध्य प्रदेश सरकार ने पटाखा इकाई में विस्फोट की विस्तृत जांच करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. उच्चाधिकार प्राप्त समिति में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) जयदीप प्रसाद और लोक निर्माण विभाग (PWD) सचिव आरके मेहरा शामिल हैं. कमेटी को उन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने का भी काम सौंपा गया है, जिन्हें ऐसी घटनाओं को रोकना था.
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने व्यक्त की संवेदना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश भर से शोक संवेदनाएं व्यक्त की गईं. मुर्मू ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मध्य प्रदेश के हरदा में आग लगने से अनेक लोगों की मृत्यु होने का समाचार अत्यंत दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.’’
PM ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा करते हुए कहा कि वह लोगों की मौत से व्यथित हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘X’ पर पोस्ट किया, ‘उन सभी के प्रति संवेदनाएं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है.’’
इस बीच, कारखाने और उसके आसपास कितने लोगों के फंसे होने की आशंका है, इसकी सटीक संख्या का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
MP सरकार देगी 4-4 लाख रुपये
इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की और कहा कि वह घायल व्यक्तियों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वरिष्ठ मंत्री उदय प्रताप सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव अजीत केसरी और महानिदेशक (होमगार्ड) अरविंद कुमार को स्थिति का जायजा लेने और राहत एवं बचाव अभियान की निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर से हरदा जाने का निर्देश दिया.
आसपास के जिलों में घायलों के लिए इंतजाम
इंदौर, भोपाल और एम्स-भोपाल के अस्पतालों में ‘बर्न यूनिट’ को किसी भी आपात स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. आग पर काबू पाने के लिए इंदौर और भोपाल से दमकल गाड़ियां भेजी गईं. इंदौर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चार घायल महिलाओं को शहर के सरकारी एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.