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कमलनाथ पर गिरी गाज! चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने जीतू पटवारी को बनाया MP का प्रदेश अध्यक्ष

मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ है. चुनावों में हार के बाद कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया है. पार्टी आलाकमान ने अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. इसके अलावा उमंग सिंगार को नेता प्रतिपक्ष तो हेमंत कटारे उप नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं. 

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MP कांग्रेस में बड़ा फेरबदल
MP कांग्रेस में बड़ा फेरबदल

मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ है. चुनावों में हार के बाद कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया है. पार्टी आलाकमान ने अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. इसके अलावा उमंग सिंगार को नेता प्रतिपक्ष तो हेमंत कटारे उप नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं. 

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कांग्रेस की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में जानकारी दी गई है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जीतू पटवारी को तत्काल प्रभाव से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है. साथ ही पार्टी निवर्तमान पीसीसी प्रेसिडेंट कमलनाथ के योगदान की सराहना करती है.

राउ सीट से चुनाव हारे हैं जीतू पटवारी

आपको बताते चलें कि जीतू पटवारी 2013 में पहली बार राउ सीट से विधायक चुने गए थे. वह फिलहाल कांग्रेस सचिव और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रभारी हैं. वह मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. बता दें कि राऊ सीट पर इस बार भी कांग्रेस ने जीतू पटवारी को चुनाव में खड़ा किया था लेकिन वह बीजेपी के मधु वर्मा से हार गए. जबकि 2018 में जीतू पटवारी ने मधु वर्मा को 5703 वोट से हराया था. जीतू पटवारी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं. वह कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.

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छत्तीसगढ़ में क्या फेरबदल?

इसके अलावा छत्तीसगढ़ में पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल को जारी रखा है. छत्तीसगढ़ में नेता विपक्ष चरणदास महंत होंगे. वह पिछली विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष थे. केसी वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को पद पर बनाए रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. हाल ही में हुए इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.

MP चुनावों में कांग्रेस को हार

गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव पार्टी ने कमलनाथ के नेतृत्व में लड़े थे. ऐसे में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इन विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें हासिल कीं. तो वहीं विपक्षी कांग्रेस 66 विधानसभा क्षेत्रों में जीत के साथ दूसरे नंबर पर आई, जबकि राज्य में एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती.

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