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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भोपाल के न्यूरोसर्जरी विभाग में अशोकनगर जिला निवासी 13 वर्षीय बालिका के घातक ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी सफलतापूर्वक की गई. यह ट्यूमर बच्ची के सिर से बाहर निकल रहा था और फुटबॉल के आकार का हो गया था.
13 साल की बालिका इमरजेंसी में लाई गई थी और वेंटिलेटर पर थी. मस्तिष्क की एमआरआई से पता चला कि मस्तिष्क में एक बड़ा ट्यूमर था और यह सिर को फाड़कर बाहर आ गया था.
इसको लेकर एम्स के डॉक्टर प्रो. अमित अग्रवाल, डॉ. आदेश श्रीवास्तव, डॉ. सुमित राज और डॉ. प्रदीप चौकसे ने एक अंतर-विभागीय बैठक की और बच्चे को बचाने के लिए आपातकालीन सर्जरी करने का फैसला लिया.
इस केस का ऑपरेशन 4 जुलाई को एम्स भोपाल के न्यूरोसर्जरी ऑपरेशन थिएटर में किया गया लेकिन कुछ महीनों में यह फिर से एक विकराल आकार में बढ़ गया. इस मामले में डॉ. जितेंद्र और डॉ. अभिषेक की सहायता से सर्जरी डॉ. सुमित राज ने की. इस मामले को संचालित करने में लगभग 8 घंटे लगे. ट्यूमर अत्यधिक संवहनी था और स्कल (खोपड़ी) भी प्रभावित थी, जिसे हटा दिया गया. सिर के दोष को टाइटेनियम प्लेट से ढंक दिया गया था.
डॉ. गौरव चतुर्वेदी और विकास की प्लास्टिक सर्जरी टीम की मदद से त्वचा को बंद किया गया. इस प्रक्रिया को अंजाम देने में एनेस्थीसिया टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे डॉ. आशुतोष और मिलिंद ने अंजाम दिया. अगले ही दिन बच्ची होश में आ गई और ऑपरेशन के बाद उसकी हालत ठीक है.
ऐसे मामलों को केवल विशेष केंद्रों में ही संभाला जाता है. दुनिया में आज तक कैल्वेरियम के प्राथमिक घातक गोल कोशिका ट्यूमर के कुछ ही मामले सामने आए हैं. एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. डॉ. अजय सिंह पूरी टीम को बधाई दी है.