विपक्ष के INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच एक बार फिर मतभेद नजर आ रहे हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. वह दो टूक कह चुके हैं कि अगर अभी प्रदेश स्तर गठबंधन नहीं किया गया तो भविष्य में भी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं होगा. अब उन्होंने कहा है कि जो दल जहां पर हैं और अगर दल की कोई ताकत और हैसियत है तो उसको साथ लिया जाए.
अखिलेश यादव ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि आखिरकार कांग्रेस को दूसरे दलों को साथ लेने में क्या परेशानी है. मुझे वो दिन याद है जब कांग्रेस को अपनी सरकार बनानी थी तो सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक को ढूंढ रहे थे कि इकलौते विधायक का अगर समर्थन मिल जाएगा तो गवर्नर हमें सरकार बनाने के लिए बुला लेंगे.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी वह पहले पार्टी थी, जिसने पहले चिट्ठी दी, जिसका परिणाम यह हुआ कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी. समय-समय पर समाजवादी पार्टी जीती है. कभी एक विधायक कभी दो विधायक तो कभी पांच विधायक. बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता नेता हैं. वो चुनाव लड़ते हैं. आज मैं कैसे उनका सामना करूं. क्या मैं INDIA गठबंधन के सहारे यह कह दूं कि मैं मध्य प्रदेश में सब छोड़ रहा हूं.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं आज भी कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी को हारने के लिए समाजवादी पार्टी काम करेगी, लेकिन जो कार्यकर्ता, नेता या जहां पर जो मजबूत पार्टी है, वहां तो उनका सम्मान होना चाहिए. यह कांग्रेस पर निर्भर करता है कि वह क्या फैसला लेती है.