मध्य प्रदेश के रीवा में इंस्पेक्टर (थाना प्रभारी) को सब इंस्पेक्टर ने गोली मार दी. एसआई खुद के थाने से पुलिस लाइन में ट्रांसफर किए जाने से नाराज चल रहा था. उसकी चलाई गोली थाना प्रभारी के सीने में जा लगी. आरोपी एसआई को पुलिसकर्मियों ने थाने के कमरे में ही बंद कर दिया और घायल थाना प्रभारी को इलाज के लिए निजि निर्सिंग होम लेकर पहुंचे. थाना प्रभारी की हालत गंभीर है.
दरअसल, रीवा के सिविल लाइन थाने में हृदयनाथ शर्मा में टीआई यानी की थाना प्रभारी के पद पर हैं. इसी थाने में बीआर सिंह सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं. हाल ही में बीआर सिंह का ट्रांसफर सिविल लाइन थाने से पुलिस लाइन में कर दिया गया था. ट्रांसफर आदेश के 15 दिन बीत जाने के बाद भी बीआर सिंह को रिलीव नहीं किया गया था. ऐसा भी कहा जा रहा है कि अपने ट्रांसफर को लेकर बीआर सिंह थाना प्रभारी से नाराज चल रहा था.
गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे वह थाने पहुंचा और टीआई हृदयनाथ शर्मा से ट्रांसफर को लेकर बहस करने लगा. दोनों के बीच काफी देर तक बहस होती रही तभी गुस्साए बीआर सिंह ने टीआई को गोली मार दी. उसकी चलाई गोली सीने के ऊपरी हिस्से में जा रही.
थाने में मचा हंगामा
गोली चलते ही थाने में हंगामा मच गया. अन्य पुलिसकर्मियों ने देखा कि टीआई जमीन पर खून पर लथपथ पड़े हुए हैं और बीआर सिंह पास ही हाथ में बंदूक लिए खड़ा हुआ है. उन लोगों ने बीआर सिंह को पकड़ कर थाने के एक कमरे में बंद कर दिया था और घायल टीआई शर्मा को इलाज के लिए रीवा के निजी नर्सिंग होम में एडमिट कराया था.
सामने आया है कि नशे में धुत एसआई बीआर सिंह के पास दो बंदूके हैं. एक तो सर्विस पिस्टल और दूसरी उसकी लाइसेंसी बंदूक और कई जिंदा कारतूस उसके पास हैं. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. तुरंत ही भारी पुलिस बल को सिविल लाइन थाने में तैनात किया गया है. पूरा थाना छावनी में तब्दील हो गया.
वहीं, निजी नर्सिंग होम में एडमिट टीआई हृदयनाथ शर्मा की हालत गंभीर बताई गई. जबलपुर से डॉक्टरों की टीम रीवा पहुंची. टीआई शर्मा को एयरलिफ्ट कर दूसरी जगह इलाज के लिए ले जाया जा सकता है.
5 घंटे बाद आरोपी का सरेंडर
घटना की जानकारी मिलते ही बीआर सिंह की परिवार भी सिविल लाइन थाने पहुंचा है, लेकिन उन लोगों को बीआर के पास नहीं भेजा गया था. करीब 5 घंटे बीत जाने के बाद अधिकारियों ने बीआर सिंह से सरेंडर कराने में सफलता हासिल की.